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  • खुशी के साथ चलनेवाले बनिए
  • हमारी राज-सेव—2001
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हमारी राज-सेव—2001
km 1/01 पेज 8

खुशी के साथ चलनेवाले बनिए

यीशु ने कहा कि उसकी उपस्थिति के दौरान, ज़्यादातर लोग नूह के दिनों की तरह ही ‘ध्यान नहीं देंगे।’ (मत्ती 24:37-39, NW) इससे यही ज़ाहिर होता है कि आज बहुत-से लोग राज्य के सुसमाचार को नहीं सुनेंगे। लेकिन इस दौरान, प्रचार काम में अपनी खुशी बरकरार रखने के लिए क्या बात हमारी मदद करेगी?—भज. 100:2.

2 सबसे पहले, हमें यह बात कभी नहीं भूलनी है कि हमारा संदेश और प्रचार का काम, दोनों ही परमेश्‍वर की ओर से हैं। अगर लाख कोशिशों के बावजूद भी कोई हमारे संदेश को ठुकरा देता है, तो दरअसल वह यहोवा को ही ठुकराता है। इसके अलावा, जब हम परमेश्‍वर के वचन के मुताबिक चलते हुए वफादारी से प्रचार काम में लगे रहते हैं तो इससे परमेश्‍वर खुश होता है और इस बात को ध्यान में रखने से हमारी खुशी बनी रहती है।—याकू. 1:25.

3 दूसरी बात यह कि ऐसे लोग भी हैं जो यहोवा के इंतज़ामों को कबूल करेंगे। यह सच है कि ज़्यादातर लोग हमारे संदेश में दिलचस्पी नहीं लेते, लेकिन इस अंत समय की आखिरी घड़ी में भी ऐसे भेड़-समान लोग हैं, जो संदेश में दिलचस्पी लेंगे और जिन्हें अभी इकट्ठा करना बाकी है। इसलिए यह ‘पता लगाने के लिए कि कौन योग्य है,’ हमें ‘नगर-नगर या गांव-गांव जाकर’ प्रचार करना ज़रूरी है।—मत्ती 10:11-13.

4 सही नज़रिया बनाए रखिए: आज झूठे धर्म के शर्मनाक रिकॉर्ड की वजह से कुछ लोगों का धर्म पर से विश्‍वास ही उठ गया है। कुछ लोग ऐसे हैं, जो इस दुनिया की ओर से “पीड़ित और उदास” हैं। (मत्ती 9:36; NHT) अधिकतर लोग बेरोज़गारी, स्वास्थ्य समस्या और असुरक्षा की वजह से परेशान हैं। अगर हम उनकी इन तकलीफों को समझेंगे, तो हमें अपने काम में लगे रहने की हिम्मत मिलेगी। इसलिए लोगों से बातचीत शुरू करने में पहल कीजिए, खासकर ऐसे विषयों पर बात छेड़िए जो हमारे इलाके में चिंता का कारण बनी हों। उन्हें यह समझने में मदद दीजिए कि सिर्फ परमेश्‍वर का राज्य ही सभी मुश्‍किलों को हल कर सकता है। बाइबल के वचनों का, और हमारे साहित्य में से कुछ खास मुद्दों का इस्तेमाल कीजिए ताकि आप, लोगों में सुसमाचार के लिए दिलचस्पी बढ़ा सकें।—इब्रा. 4:12.

5 परमेश्‍वर के वचन पर खुशी-खुशी चलनेवाले लोग, यह बात कभी नहीं भूलते: “यहोवा का आनन्द [हमारा] दृढ़ गढ़ है।” (नहे. 8:10) तो फिर हम क्यों अपना आनंद या खुशी गँवाएँ? “यदि वह घर योग्य हो तो तुम्हारी शान्ति उस पर बनी रहेगी, परन्तु यदि न हो तो शान्ति का तुम्हारा अभिवादन तुम्हारे पास लौट आएगा।” (मत्ती 10:13, NHT) जब तक हम यहोवा की पवित्र-सेवा में धीरज के साथ लगे रहेंगे, यहोवा हमारी खुशी बढ़ाता रहेगा, हममें नयी शक्‍ति भरता रहेगा, और हमारी वफादारी के लिए हमें आशीषें देता रहेगा।

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