प्रश्न बक्स
◼ क्षेत्र सेवकाई की सभा में क्या जानकारी पेश की जानी चाहिए?
क्षेत्र सेवकाई की सभा का मकसद होता है, प्रचार में जाने से पहले उस पर ध्यान देने में हमारी मदद करना। इसलिए सभा चलानेवाले भाई को अच्छी तैयारी करनी चाहिए ताकि वह जो भी बताए उससे दूसरों का हौसला बढ़े, वे खास बातें सीख सकें और उन पर अमल कर सकें। अगर दैनिक पाठ क्षेत्र सेवकाई से सीधे ताल्लुक रखता है तो उसे पढ़ा जा सकता है और चंद शब्दों में उस पर चर्चा की जा सकती है। लेकिन इस सभा में सेवकाई पर ही खास ज़ोर दिया जाना चाहिए। इससे सभी लोगों को उस दिन की सेवकाई अच्छी तरह करने में मदद मिलेगी।—2 तीमु. 4:5.
हमारी राज्य सेवकाई से कुछ कारगर सुझावों पर भी चर्चा की जा सकती है ताकि सभी यह जान सकें कि उस महीने की साहित्य-पेशकश क्या है और उसे कैसे पेश किया जा सकता है। पत्रिका दिन में “पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए” के तहत बताए गए किसी एक सुझाव का प्रदर्शन किया जा सकता है। बाकी दिनों के प्रचार के लिए रीज़निंग किताब से ऐसी एक-दो प्रस्तावनाएँ बतायी जा सकती हैं जो आपके इलाके के हिसाब से ठीक हों। सेवकाई के किसी एक पहलू पर चर्चा की जा सकती है या प्रदर्शन दिखाया जा सकता है। जैसे घर-घर की सेवकाई में बाइबल का इस्तेमाल कैसे करें, जब कोई बातचीत रोकने की कोशिश करता है तो उस रुकावट को कैसे पार करें, बाइबल अध्ययन कैसे पेश करें या दिलचस्पी दिखानेवाले से दोबारा भेंट कैसे करें।
क्षेत्र सेवकाई की सभा दस-पंद्रह मिनट से ज़्यादा की नहीं होनी चाहिए, जिसमें भाई-बहनों को समूहों में बाँटना, उनका इलाका बताना और प्रार्थना करना भी शामिल है। सभा के खत्म होने पर सबको मालूम होना चाहिए कि उन्हें कहाँ और किसके साथ काम करना है। प्रकाशकों के हर जोड़े को टेरिट्री मैप कार्ड (S-12) दिखाकर ठीक-ठीक बताना चाहिए कि उन्हें कहाँ प्रचार करना है। ऐसा बताने पर वे तुरंत अपने इलाके में जा सकेंगे। इससे भीड़ लगाकर एक-साथ टेरिट्री में जाने से बचा जा सकेगा और सबके देखते उन्हें जोड़ों में बाँटने की ज़रूरत भी नहीं होगी। यह सभा बहुत छोटी-सी होती है इसलिए सबको समय पर पहुँचना चाहिए। जब यह सभा प्रहरीदुर्ग अध्ययन या कलीसिया की किसी और सभा के बाद होती है, तो यह और भी छोटी होनी चाहिए। ऐसे में दैनिक पाठ पर चर्चा करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि सभी बाइबल पर आधारित एक बढ़िया चर्चा का आनंद ले चुके होते हैं।
सेवकाई की हर सभा को चलाने के लिए बपतिस्मा पाए हुए किसी-न-किसी काबिल भाई को पहले से ही बता दिया जाना चाहिए। प्राचीनों को यह भी बताना चाहिए कि अगर कोई भाई मौजूद न हो, तो बपतिस्मा पायी हुई कौन-सी बहनें यह सभा चला सकती हैं। बहन बैठे-बैठे समूह के साथ दैनिक पाठ पर या क्षेत्र सेवकाई से जुड़े कुछ मुद्दों पर थोड़े शब्दों में चर्चा कर सकती है। सभा के दौरान उसे अपना सिर ढकना चाहिए।
क्षेत्र सेवकाई की सभाएँ ऐसे बेहतरीन मौके हैं जहाँ प्रचार के लिए हमारा उत्साह बढ़ाया जाता है और हमारी काबीलियत में निखार लाया जाता है। इसलिए सभा चलानेवाले जितनी अच्छी तैयारी करेंगे, सभी को उतना ही फायदा होगा।