हर मौके पर गवाही देने के ज़रिए यहोवा की स्तुति कीजिए
1 यहोवा के वफादार सेवक, हर दिन उसकी स्तुति करने के मौके ढूँढ़ते हैं। (भज. 96:2, 3; इब्रा. 13:15) ऐसा हम सिर्फ घर-घर की सेवा में ही नहीं बल्कि हर मौके पर गवाही देने के ज़रिए कर सकते हैं। यहोवा के कई उपासक आज इसलिए शुक्रगुज़ार हैं कि किसी ने मौका देखकर, उन्हें राज्य का संदेश सुनाया था।
2 जब किसी व्यक्ति को इस तरह से गवाही दी जाती है तो उससे अकसर दूसरों को भी राज्य का संदेश सुनने का अवसर मिलता है। उदाहरण के लिए, जब यीशु ने याकूब के कुएँ पर एक सामरी स्त्री से बात की तो उसकी वजह से दूसरे लोगों ने भी सुसमाचार में दिलचस्पी दिखायी। (यूह. 4:6-30, 39-42) जब पौलुस और सीलास को फिलिप्पी में बंदी बनाया गया था, तब उन्होंने वहाँ के दरोगा को गवाही दी और उसके पूरे घराने ने सच्चाई को अपना लिया।—प्रेरि. 16:25-34.
3 मौके: आप किन जगहों पर मौका देखकर गवाही दे सकते हैं? कुछ लोग बाज़ार में खरीदारी के वक्त, बस या रेलगाड़ी में सफर करते हुए, या फिर डॉक्टर का इंतज़ार करते वक्त गवाही देते हैं। दूसरों के लिए अपने काम की जगह या स्कूल में ब्रेक के दौरान गवाही देना मुमकिन हुआ है। अगर हम बाइबल का कोई एक प्रकाशन भी अपने पास ऐसे रखें जिससे दूसरे लोग उसे देख सकें, तो इससे हो सकता है कि वे हमारी शिक्षाओं के बारे में जानना चाहें।—1 पत. 3:15.
4 कैसे शुरू किया जाए: सात साल की एक शर्मीली लड़की ने सभा में सुना था कि हरेक को प्रचार करना बेहद ज़रूरी है। इसलिए एक बार जब वह अपनी मम्मी के साथ खरीदारी के लिए गयी, तो उसने अपने बैग में दो ब्रोशर रख लिए। जब उसकी मम्मी काउंटर पर पैसे दे रही थी, तब उसने एक स्त्री को एक ब्रोशर दिया, जिसने खुशी-खुशी उसे ले लिया। जब उस शर्मीली लड़की से पूछा गया कि उसे स्त्री से बात करने की हिम्मत कहाँ से मिली, तो उसने कहा: “मैंने बस एक . . . दो . . . तीन . . . कहा और निकल पड़ी!”
5 हर मौके पर गवाही देने के लिए, हम सबमें इस छोटी लड़की की तरह जोश होना चाहिए। कौन-सी बात हमारी मदद कर सकती है? साहस के साथ बोलने के लिए प्रार्थना कीजिए। (1 थिस्स. 2:2) बातचीत शुरू करने के लिए किसी दिलचस्प विषय पर कोई सवाल या टिप्पणी तैयार रखिए। फिर यहोवा पर भरोसा रखिए कि वह आपकी कोशिशों पर आशीष ज़रूर देगा।—लूका 12:11, 12.
6 हर रोज़ जिन लोगों से हम मिलते हैं, उन्हें इस तरह गवाही देने से यहोवा की स्तुति होती है और हमें खुशी मिलती है। और यह भी हो सकता है कि इससे किसी-न-किसी को हमेशा की ज़िंदगी के रास्ते पर आने में मदद मिल जाए।