प्रहरीदुर्ग में बड़े बदलाव!
इस साल की शुरूआत में, कलीसियाओं में एक ऐसी घोषणा की गयी, जिसे सुनकर सभी खुशी और उत्साह से भर गए थे! वह घोषणा थी: जनवरी 2008 से प्रहरीदुर्ग की अँग्रेज़ी पत्रिका के दो अलग-अलग अंक छापे जाएँगे; एक, आम जनता के लिए और दूसरा, मसीही भाई-बहनों के लिए। यह घोषणा सुनकर आप शायद सोच में पड़ गए होंगे कि ‘इन दोनों अंकों में क्या फर्क होंगे? प्रहरीदुर्ग के दो अलग अंक तैयार करने के क्या फायदे होंगे? इनमें कौन-से नए भाग होंगे? अलग-अलग भारतीय भाषाओं में कौन-से अंक छापे जाएँगे?’
2 फर्क: हर महीने की पहली तारीख का अंक ‘आम जनता के लिए’ होगा। इस अंक में सारे लेख आम लोगों को ध्यान में रखकर प्रकाशित किए जाएँगे। और हर महीने की 15 तारीख का अंक ‘अध्ययन के लिए’ होगा और इसे प्रचार में लोगों को पेश नहीं किया जाएगा। इस अंक में एक महीने के लिए अध्ययन लेख होंगे। इसके अलावा, इनमें ऐसे भी लेख प्रकाशित किए जाएँगे, जो खासकर समर्पित मसीहियों के लिए होंगे। हालाँकि ‘आम जनता के लिए’ छापे जानेवाले अंकों को पढ़ने का लुत्फ साक्षी उठाएँगे, पर इन अंकों का मज़ा खासकर गैर-साक्षी लेंगे, जो शायद बाइबल पर विश्वास करते हों। दूसरी तरफ, सजग होइए! पत्रिका पहले की तरह हर किस्म के लोगों के लिए होगी। उनके लिए भी जो बाइबल पर विश्वास नहीं करते या दूसरे धर्म को मानते हैं।
3 फायदे: ‘अध्ययन के लिए’ अंकों में, “पायनियर” जैसे शब्दों को समझाने की ज़रूरत नहीं होगी, जिन्हें अभी प्रहरीदुर्ग में गैर-साक्षियों के लिए समझाना पड़ता है। इस अंक में ऐसी ज़रूरी जानकारी भी दी जाएगी, जो यहोवा के साक्षियों और आध्यात्मिक तरक्की करनेवाले बाइबल विद्यार्थियों के लिए होगी। मगर ‘आम जनता के लिए’ छापे जानेवाले अंकों के बारे में क्या? इनमें दिए जानेवाले लेखों के विषय, आम लोगों को ध्यान में रखकर चुने जाएँगे। साथ ही, लेखों को ऐसी शैली में लिखा जाएगा, जो उन्हें भा जाएगी। इसलिए लोग शुरू से आखिर तक इन्हें पढ़ने का मज़ा ले सकेंगे। बेशक, यहोवा के हर साक्षी को भी इन अंकों को पढ़ने से फायदा होगा।
4 नए भाग: ‘आम जनता के लिए’ छापी जानेवाली प्रहरीदुर्ग पत्रिका में कुछ नए और दिलचस्प भाग शामिल करने की योजना बनायी गयी है। एक भाग में बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं को बड़े सरल तरीके से समझाया जाएगा। दूसरे भाग में यह बताया जाएगा कि बाइबल, परिवारों की मदद कैसे कर सकती है। एक भाग जवानों के लिए भी होगा, जिसमें यह बताया जाएगा कि वे बाइबल के किन विषयों पर अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा, हर अंक के एक भाग में बाइबल के ऐसे हिस्सों पर चर्चा की जाएगी, जिनसे लोग यहोवा की शख्सियत के बारे में सीख पाएँगे।
5 भारतीय भाषाएँ: ‘अध्ययन के लिए’ अंक, महीने में एक बार और ‘आम जनता के लिए’ अंक, हर तीन महीने में एक बार इन भाषाओं में प्रकाशित किए जाएँगे: कन्नड़, तमिल, तेलगू, पंजाबी, बंगला, मराठी, मलयालम और हिंदी। लेकिन गुजराती, नेपाली, और मिज़ो भाषाओं में प्रहरीदुर्ग मासिक ही रहेगी और उन पर महीने की पहली तारीख लिखी होगी। इस मासिक पत्रिका में ‘अध्ययन के लिए’ अंक के सभी अध्ययन लेख और ‘आम जनता के लिए’ अंक में से कुछ चुने हुए लेख शामिल किए जाएँगे। दिसंबर 15, 2007 की अँग्रेज़ी प्रहरीदुर्ग में दिए अध्ययन लेख जिन भाषाओं में छूट जाएँगे, उन्हें उन भाषाओं में एक अलग ब्रोशर में छापा जाएगा।
6 हमारी दुआ है कि यहोवा, प्रहरीदुर्ग पत्रिका के सिलसिले में किए इस इंतज़ाम पर आशीष देगा। ऐसा हो कि ‘आम जनता के लिए’ छापे जानेवाले अंक, साथ ही सजग होइए! पत्रिका के ज़रिए और भी योग्य लोगों तक खुशखबरी पहुँचे।—मत्ती 10:11.