अपनी सेवा बढ़ाने के लिए अभी से तैयारी कीजिए
1. स्मारक के समय की एक खास बात क्या है? हम इसके लिए कैसे तैयारी कर सकते हैं?
हर साल हमें स्मारक के समय यानी मार्च, अप्रैल और मई के महीने में, “यहोवा का बहुत धन्यवाद” करने के कई मौके मिलते हैं। (भज. 109:30) इन मौकों का फायदा उठाने का एक तरीका है मार्च में अपनी सेवा बढ़ाना। क्या आप ऐसा करके फिरौती देनेवाले परमेश्वर के लिए अपनी कदरदानी दिखाएँगे? अगर हाँ, तो अभी से योजनाएँ बनाना शुरू कर दीजिए।—नीति. 21:5.
2. पिछले साल अप्रैल में सहयोगी पायनियर सेवा के घंटों की माँग कम करने के इंतज़ाम के बारे में सुनकर भाई-बहनों को कैसा लगा? और आपको कैसा लगा?
2 सहयोगी पायनियर सेवा: पिछले साल जब अप्रैल में सहयोगी पायनियर सेवा के लिए घंटों की माँग घटा दी गयी थी, तो इस इंतज़ाम से सभी मंडलियों में खुशी की लहर दौड़ गयी। एक भाई ने लिखा: “मैं अभी हाई स्कूल में हूँ, और पायनियर सेवा करना मुझे मुश्किल लगता है। लेकिन मैं 30 घंटेवाली पायनियर सेवा करूँगा और अप्रैल में 50 घंटे करने की कोशिश करूँगा।” एक बहन जो पूरे दिन की नौकरी करती है, लिखती है: “तीस घंटे! इन्हें तो मैं आसानी से पूरा कर लूँगी।” जब इस इंतज़ाम की घोषणा हुई तो एक बहन ने, जो पहले पायनियर थी और अभी जिसकी उम्र 80 साल से ज़्यादा है, कहा: “मैं इतने समय से इसी वक्त का इंतज़ार कर रही थी! यहोवा जानता था कि पायनियर सेवा मेरी ज़िंदगी का सबसे अच्छा दौर था!” दूसरे लोग जो सहयोगी पायनियर सेवा नहीं कर पाए, उन्होंने सेवा में और ज़्यादा करने का लक्ष्य रखा।
3. मार्च, अप्रैल और मई में सहयोगी पायनिर सेवा करने की हमारे पास क्या वजह हैं?
3 इस साल मार्च में भी हमारे पास सहयोगी पायनियर सेवा करने का एक बेहतरीन मौका है क्योंकि फिर से यह इंतज़ाम किया गया है कि हम या तो 30 घंटे कर सकते हैं या 50 घंटे। इसके अलावा, शनिवार 17 मार्च से हम एक खास अभियान में हिस्सा लेंगे, जिसमें हम लोगों को न्यौता देंगे कि वे हमारे साथ 5 अप्रैल को स्मारक मनाएँ। बहुत-से प्रचारकों को इस महीने के दौरान सेवा करने में इतना मज़ा आएगा कि वे अप्रैल और मई में भी 50 घंटेवाली सहयोगी पायनियर सेवा करना चाहेंगे।
4. हम सेवा में ज़्यादा वक्त कैसे बिता सकते हैं और इसका क्या नतीजा होगा?
4 क्यों न आप अगली पारिवारिक उपासना की शाम, अपने परिवार के साथ चर्चा करें कि घर का हर सदस्य स्मारक के समय अपनी सेवा कैसे बढ़ा सकता है? (नीति. 15:22) यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपकी मेहनत पर आशीष दे। (1 यूह. 3:22) सेवा में ज़्यादा वक्त बिताकर आप न सिर्फ यहोवा की स्तुति कर रहे होंगे बल्कि अपनी खुशी भी बढ़ा रहे होंगे।—2 कुरिं. 9:6.