जीएँ मसीहियों की तरह
“मैं यहाँ हूँ! मुझे भेज”
यशायाह ने सेवा करने का जो जज़्बा दिखाया, वह हमारे लिए एक अच्छी मिसाल है। उसने विश्वास दिखाया और वह एक ऐसा काम करने के लिए फौरन तैयार हो गया जिसके बारे में उसे ज़्यादा कुछ नहीं पता था। (यश 6:8) क्या आप अपने हालात में कुछ फेरबदल कर सकते हैं ताकि वहाँ जाकर सेवा कर सकें जहाँ राज प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है? (भज 110:3) यह सच है कि दूसरी जगह जाने से पहले “इसमें लगनेवाले खर्च का हिसाब” लगाना ज़रूरी है। (लूक 14:27, 28) लेकिन प्रचार काम की खातिर त्याग करने के लिए तैयार रहिए। (मत 8:20; मर 10:28-30) यहोवा की सेवा में हम जो त्याग करते हैं उससे कहीं बढ़कर हमें आशीषें मिलती हैं, जैसा कि इस वीडियो में बताया गया है: वहाँ जाकर सेवा करना जहाँ प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है।
वीडियो देखने के बाद इन सवालों के जवाब दीजिए:
इक्वेडोर में सेवा करने के लिए विलियम परिवार को क्या-क्या त्याग करने पड़े?
कहाँ जाकर सेवा करनी चाहिए यह तय करते वक्त उन्होंने किन बातों का ध्यान रखा?
उन्हें क्या आशीषें मिलीं?
जहाँ प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है, वहाँ सेवा करने के बारे में आपको और जानकारी कहाँ से मिल सकती है?
अगली पारिवारिक उपासना में इन सवालों पर चर्चा कीजिए:
एक परिवार के तौर पर हम कैसे अपनी सेवा बढ़ा सकते हैं? (राज-सेवा 8/11 पेज 4-6)
अगर हम किसी ऐसी जगह जाकर सेवा नहीं कर सकते जहाँ प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है, तो हम किस तरह अपनी मंडली की मदद कर सकते हैं? (प्र16.03 पेज 23-25)