जीएँ मसीहियों की तरह
परमेश्वर जैसे गुण बढ़ाइए—नम्रता
यह क्यों ज़रूरी है:
नम्र होने से यहोवा के साथ हमारा करीबी रिश्ता होता है।—भज 138:6
दूसरों के साथ अच्छा रिश्ता होता है।—फिल 2:3, 4
घमंड करने के बुरे अंजाम होते हैं।—नीत 16:18; यहे 28:17
कैसे बढ़ाएँ:
छोटे-से-छोटा काम भी खुशी से कीजिए।—मत 20:25-27
अपने हुनर और ज़िम्मेदारियों पर घमंड मत कीजिए।—रोम 12:3
नम्रता का गुण बढ़ाने के लिए मैं और क्या कर सकता हूँ?
ऐसा कुछ मत कीजिए जिससे वफादारी कमज़ोर पड़ सकती है—घमंड वीडियो देखिए और फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:
सलाह मिलने पर हम जो रवैया दिखाते हैं, उससे हमारे बारे में क्या पता चलता है?
प्रार्थना कैसे नम्रता का गुण बढ़ाने में मदद करती है?
हम किन तरीकों से दिखा सकते हैं कि हम नम्र हैं?