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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 6पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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पाप: शा., “कर्ज़।” जब कोई किसी व्यक्ति के खिलाफ पाप करता है तो यह ऐसा है मानो उसने उस व्यक्ति से कर्ज़ लिया हो, जो उसे हर हाल में चुकाना है यानी उसे माफी माँगनी है। एक इंसान को परमेश्वर की तरफ से तभी माफी मिलेगी, जब वह अपने कर्ज़दारों यानी अपने खिलाफ पाप करनेवालों को माफ करेगा।—मत 6:14, 15; 18:35; लूक 11:4.
माफ किया: यूनानी शब्द का शाब्दिक मतलब है, “जाने देना।” इसका यह भी मतलब हो सकता है, ‘कर्ज़ रद्द करना।’—मत 18:27, 32.
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