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  • मत्ती 12:32
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 32 मिसाल के लिए, अगर कोई इंसान के बेटे के खिलाफ बोलता है, तो उसे माफ किया जाएगा।+ मगर जो कोई पवित्र शक्‍ति के खिलाफ बोलता है, उसे माफ नहीं किया जाएगा, न तो इस दुनिया* में न ही आनेवाली दुनिया* में।+

  • मत्ती 12:32
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 32 मिसाल के लिए, अगर कोई इंसान के बेटे के खिलाफ कोई बात कहेगा, तो उसे माफ किया जाएगा। मगर जो कोई पवित्र शक्‍ति के खिलाफ बोलता है, उसे इसकी माफी नहीं दी जाएगी। नहीं, न तो इस व्यवस्था में न ही आनेवाली दुनिया की व्यवस्था में।

  • मत्ती
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 12:32

      यीशु—राह, पेज 103

      प्रहरीदुर्ग,

      3/1/1993, पेज 20

      10/1/1989, पेज 17

  • मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 12:32

      दुनिया: या “दुनिया की व्यवस्था।” यूनानी शब्द आयॉन का बुनियादी मतलब है, “ज़माना।” मगर इसका यह भी मतलब हो सकता है, किसी दौर के हालात या कुछ खास बातें जो उस दौर या ज़माने को दूसरे दौर या ज़माने से अलग दिखाती हैं। यीशु कह रहा था कि जो कोई पवित्र शक्‍ति के खिलाफ बोलता है उसे न तो इस दुष्ट दुनिया में माफ किया जाएगा, जिस पर शैतान का राज है (2कुर 4:4; इफ 2:2; तीत 2:12) और न ही आनेवाली दुनिया में माफ किया जाएगा, जिस पर परमेश्‍वर का राज होगा और जिसमें सबको “हमेशा की ज़िंदगी” दी जाएगी (लूक 18:29, 30)।​—शब्दावली में “दुनिया की व्यवस्था या व्यवस्थाएँ” देखें।

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