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मत्ती 27:57नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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57 अब दोपहर काफी बीत चुकी थी, इसलिए अरिमतियाह का यूसुफ नाम का एक अमीर आदमी वहाँ आया। वह भी यीशु का एक चेला बन चुका था।
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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 27पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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यूसुफ: खुशखबरी की किताबों के चारों लेखकों ने यूसुफ के बारे में अलग-अलग जानकारी दी। इससे पता चलता है कि हर लेखक ने अपने अंदाज़ में किताब लिखी। जैसे, मत्ती कर-वसूलनेवाला था, इसलिए उसने लिखा कि यूसुफ अमीर था। मरकुस ने रोमी लोगों के लिए लिखा था, इसलिए उसने कहा कि वह “धर्म-सभा का एक इज़्ज़तदार सदस्य” था जो परमेश्वर के राज के आने का इंतज़ार कर रहा था। लूका हमदर्द वैद्य था, इसलिए उसने लिखा कि वह “एक अच्छा और नेक इंसान था” और उसने धर्म-सभा के लोगों का साथ नहीं दिया जो यीशु के खिलाफ साज़िश कर रहे थे। सिर्फ यूहन्ना ने यह लिखा कि वह “यीशु का एक चेला था, मगर यहूदियों के डर से यह बात छिपाए रखता था।”—मर 15:43-46; लूक 23:50-53; यूह 19:38-42.
अरिमतियाह: इस शहर का नाम एक इब्रानी शब्द से निकला है जिसका मतलब है, “ऊँचाई।” लूक 23:51 में इसे ‘यहूदिया के लोगों का शहर’ कहा गया है।—अति. ख10 देखें।
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