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मत्ती अध्ययन नोट—अध्याय 27पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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अगले दिन: यानी नीसान 15. नीसान 14 के बाद का दिन हमेशा सब्त का दिन होता था यानी विश्राम का पवित्र दिन, फिर चाहे वह हफ्ते के किसी भी दिन पड़े। इसके अलावा, ईसवी सन् 33 में नीसान 15 को साप्ताहिक सब्त भी था। उस साल ये दोनों सब्त एक ही दिन पड़े थे, इसलिए उस दिन को “बड़ा” या दुगना सब्त कहा गया है।—यूह 19:31; कृपया अति. ख12 देखें।
तैयारी के दिन: हर हफ्ते सब्त से पहले का दिन, तैयारी का दिन होता था। इसी दिन यहूदी सब्त की तैयारी करते थे। वे ज़्यादा खाना बनाते थे और ऐसे काम निपटाते थे जो सब्त के अगले दिन तक टाले नहीं जा सकते थे। ईसवी सन् 33 में नीसान 14, तैयारी के दिन पड़ा।—मर 15:42; कृपया शब्दावली में “तैयारी का दिन” देखें।
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