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मरकुस 10:11नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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11 यीशु ने उनसे कहा: “जो कोई अपनी पत्नी को तलाक देता है और दूसरी से शादी करता है, वह उस पहली का हक मारने और शादी के बाहर यौन-संबंध रखने का गुनहगार है।
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मरकुस अध्ययन नोट—अध्याय 10पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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अपनी पत्नी को तलाक देता है: या “अपनी पत्नी को भेज देता है।” मरकुस में लिखी यीशु की बात पढ़ने से लग सकता है कि एक व्यक्ति चाहे किसी भी वजह से तलाक ले वह दोबारा शादी नहीं कर सकता। लेकिन यह आयत समझने के लिए ज़रूरी है कि हम मत 19:9 को ध्यान में रखें जहाँ यीशु की पूरी बात लिखी है। वहाँ यीशु के ये शब्द भी दर्ज़ हैं: “नाजायज़ यौन-संबंध के अलावा किसी और वजह से।” (मत 5:32 का अध्ययन नोट देखें।) इससे पता चलता है कि एक व्यक्ति तब व्यभिचार का दोषी होता है जब वह “नाजायज़ यौन-संबंध” (यूनानी में पोर्निया) को छोड़ किसी और वजह से तलाक लेता है।
उस पहली औरत का हक मारता है और व्यभिचार करने का दोषी है: या “उसके खिलाफ व्यभिचार करता है।” रब्बी सिखाते थे कि आदमी “किसी भी वजह से” अपनी पत्नी को तलाक दे सकता है। लेकिन यीशु ने यहाँ इस शिक्षा को गलत ठहराया। (मत 19:3, 9) कोई अपनी पत्नी के खिलाफ व्यभिचार कर सकता है, यह बात ज़्यादातर यहूदियों के लिए नयी थी क्योंकि रब्बियों का कहना था कि एक पति अपनी पत्नी के खिलाफ कभी व्यभिचार कर ही नहीं सकता। वे सिखाते थे कि सिर्फ पत्नी बेवफा हो सकती है। लेकिन यीशु ने इस आयत में लिखी बात कहकर सिखाया कि पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे के वफादार रहना चाहिए। इस तरह उसने औरतों का सम्मान किया और उनका दर्जा उठाया।
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