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  • मरकुस 12:26
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 26 मरे हुओं के ज़िंदा होने के बारे में, क्या तुमने मूसा की किताब में नहीं पढ़ा कि परमेश्‍वर ने झाड़ी के पास क्या कहा था, ‘मैं अब्राहम का परमेश्‍वर, इसहाक का परमेश्‍वर और याकूब का परमेश्‍वर हूँ’?+

  • मरकुस 12:26
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 26 क्या तुमने मरे हुओं के जी उठने के बारे में, मूसा की किताब में झाड़ी के किस्से में नहीं पढ़ा कि कैसे परमेश्‍वर ने उससे कहा, ‘मैं अब्राहम का परमेश्‍वर और इसहाक का परमेश्‍वर और याकूब का परमेश्‍वर हूँ’? 

  • मरकुस
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 12:26

      प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

      2/2023, पेज 11

  • मरकुस अध्ययन नोट—अध्याय 12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 12:26

      मूसा की किताब: सदूकी मानते थे कि सिर्फ मूसा की किताबें परमेश्‍वर की प्रेरणा से लिखी हुई हैं। उन्होंने दोबारा ज़िंदा किए जाने के बारे में यीशु की शिक्षा ठुकरा दी, क्योंकि शायद उन्हें लगा कि पंचग्रंथ (यानी बाइबल की पहली पाँच किताबों) में इस शिक्षा का कोई आधार नहीं है। यीशु चाहता तो अपनी बात साबित करने के लिए कई आयतें बता सकता था, जैसे यश 26:19, दान 12:13 और हो 13:14. लेकिन वह जानता था कि सदूकी किन किताबों को मानते हैं, इसलिए उसने वे शब्द दोहराए जो यहोवा ने मूसा से कहे थे।​—निर्ग 3:2, 6.

      कि परमेश्‍वर ने . . . क्या कहा था: यीशु यहाँ उस बातचीत के बारे में बता रहा था जो मूसा और यहोवा के बीच करीब ईसा पूर्व 1514 में हुई थी। (निर्ग 3:2, 6) उस समय अब्राहम को मरे 329 साल, इसहाक को 224 साल और याकूब को मरे हुए 197 साल हो चुके थे। फिर भी यहोवा ने यह नहीं कहा कि ‘मैं उनका परमेश्‍वर था’ बल्कि यह कहा कि ‘मैं उनका परमेश्‍वर हूँ।’​—मर 12:27 का अध्ययन नोट देखें।

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