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  • लूका 4:25
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 25 अब एलियाह के दिनों की ही बात ले लो, साढ़े तीन साल तक बारिश नहीं हुई और पूरे देश में भारी अकाल पड़ा।+ यकीन मानो उस वक्‍त इसराएल में बहुत-सी विधवाएँ थीं

  • लूका 4:25
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 25 मिसाल के लिए, यकीन मानो, एलिय्याह के दिनों में जब साढ़े तीन साल तक बारिश नहीं हुई थी जिस वजह से पूरे देश में भारी अकाल पड़ा था, उस दौरान इस्राएल में बहुत-सी विधवाएँ थीं। 

  • लूका अध्ययन नोट—अध्याय 4
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 4:25

      साढ़े तीन साल तक: 1रा 18:1 के मुताबिक, एलियाह ने “तीसरे साल” में सूखा खत्म होने का ऐलान किया। इसलिए कुछ लोगों का दावा है कि यीशु की कही बात, 1 राजा में लिखी बात से अलग है। लेकिन इब्रानी शास्त्र के इस ब्यौरे से यह नहीं पता चलता कि सूखा तीन साल से कम समय तक रहा था। ज़ाहिर है कि शब्द “तीसरे साल” का मतलब है, वह समय जिसकी शुरूआत तब हुई थी जब एलियाह ने अहाब के सामने सूखा पड़ने का ऐलान किया था। (1रा 17:1) मुमकिन है कि एलियाह ने यह ऐलान तब किया जब गरमी का मौसम शुरू हुए काफी समय हो चुका था। आम तौर पर यह मौसम छ: महीने तक रहता था, लेकिन इस बार यह ज़्यादा समय तक रहा होगा। इसके अलावा, जब एलियाह फिर से “तीसरे साल” अहाब के सामने गया और सूखे के अंत का ऐलान किया तो सूखा उसी वक्‍त खत्म नहीं हुआ। इसके बजाय, पहले करमेल पहाड़ पर आग की परीक्षा हुई और उसके बाद जाकर सूखा खत्म हुआ। (1रा 18:18-45) इसलिए यीशु ने लूक 4:25 में जो कहा, साथ ही उसके भाई ने याकू 5:17 में जो मिलते-जुलते शब्द दर्ज़ किए, वे 1रा 18:1 में लिखी घटना के समय से मेल खाते हैं।

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