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लूका 12:24नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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24 ध्यान दो कि कौवे न तो बीज बोते हैं, न कटाई करते हैं, न उनके अनाज के भंडार होते हैं, न ही गोदाम, फिर भी परमेश्वर उन्हें खिलाता है। तो फिर, तुम्हारा मोल पक्षियों से कितना बढ़कर होगा?
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लूका अध्ययन नोट—अध्याय 12पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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कौवे: मसीही यूनानी शास्त्र में इस पंछी का ज़िक्र सिर्फ यहीं आया है। यीशु ने गलील में पहाड़ी उपदेश देते वक्त जब इससे मिलती-जुलती सलाह दी तो उसने किसी पंछी का नाम नहीं लिया। (मत 6:26) लूका के ब्यौरे की यह घटना उस पहाड़ी उपदेश के करीब 18 महीने बाद हुई, जब यीशु यहूदिया में प्रचार कर रहा था। यीशु ने यहाँ अपनी सलाह पर और भी ज़ोर देने के लिए कौवे का ज़िक्र किया जो कानून के मुताबिक अशुद्ध माना जाता था। (लैव 11:13, 15) ज़ाहिर है कि वह यह सिखा रहा था कि अगर परमेश्वर अशुद्ध कौवों को खिला सकता है, तो हम यकीन रख सकते हैं कि वह उन लोगों को कभी अकेला नहीं छोड़ेगा जो उस पर भरोसा रखते हैं।
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