9 ‘मैं तेरी दुख-तकलीफें और तेरी गरीबी जानता हूँ। (फिर भी तू धनवान है।)+ मैं यह भी जानता हूँ कि जो खुद को यहूदी कहते हैं मगर असल में हैं नहीं, बल्कि शैतान के दल* के हैं, वे तेरे बारे में कैसी निंदा की बातें करते हैं।+
9 ‘मैं तेरी दुःख-तकलीफें और तेरी गरीबी जानता हूँ। (फिर भी तू धनवान है।) और जो खुद को यहूदी कहते हैं मगर हैं नहीं, इसके बजाय शैतान के दल* के हैं, वे तेरे खिलाफ जो निंदा की बातें कहते हैं, वह भी मैं जानता हूँ।