फुटनोट
a लूई प्येशुता की जीवन-कहानी, “मौत के खौफनाक सफर से मैं ज़िंदा बचा,” अगस्त 15, 1980 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) में प्रकाशित की गयी थी।
a लूई प्येशुता की जीवन-कहानी, “मौत के खौफनाक सफर से मैं ज़िंदा बचा,” अगस्त 15, 1980 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) में प्रकाशित की गयी थी।