फुटनोट
a यह मन्नत माननेवाले पर था कि वह कितने समय तक नाज़ीर की ज़िंदगी जीएगा। मगर यहूदी परंपरा के मुताबिक, एक इंसान को कम-से-कम 30 दिन के लिए मन्नत माननी थी। कहा जाता था कि इससे कम समय के लिए मन्नत मानने से उस मन्नत की कोई अहमियत नहीं रहती।
a यह मन्नत माननेवाले पर था कि वह कितने समय तक नाज़ीर की ज़िंदगी जीएगा। मगर यहूदी परंपरा के मुताबिक, एक इंसान को कम-से-कम 30 दिन के लिए मन्नत माननी थी। कहा जाता था कि इससे कम समय के लिए मन्नत मानने से उस मन्नत की कोई अहमियत नहीं रहती।