फुटनोट
a बहन मॉर्गू फ्रांस वापस चली गयी है और अक्टूबर 6, 2003 से फरवरी 6, 2004 तक पाँचवीं बार उसने टोगो का दौरा किया। मगर अफसोस, इलाज में उठी कुछ समस्याओं की वजह से, इस पुरानी दुनिया में शायद टोगो का यह उसका आखिरी सफर था। फिर भी, यहोवा की सेवा करते रहना उसकी सबसे बड़ी दिली तमन्ना है।