फुटनोट
a क्या हम यहोवा के वफादार रहेंगे या शैतान के झाँसे में आकर यहोवा से दूर चले जाएँगे? इसका जवाब इस बात पर निर्भर नहीं करता कि हम पर कैसी परीक्षाएँ आती हैं, बल्कि इस बात पर करता है कि हम अपने दिल की कितनी अच्छी तरह हिफाज़त करते हैं। शब्द “दिल” का क्या मतलब है? शैतान किस तरह हमारे दिल को भ्रष्ट करने की कोशिश करता है? हम इसकी हिफाज़त कैसे कर सकते हैं? इस लेख में इन अहम सवालों के जवाब दिए जाएँगे।