फुटनोट
b कुछ मामलों में मंडली के प्राचीनों को न्याय करना पड़ता है, जैसे तब जब किसी ने कोई गंभीर पाप किया हो। (1 कुरिं. 5:11; 6:5; याकू. 5:14, 15) लेकिन ऐसा करते वक्त प्राचीन याद रखते हैं कि वे किसी का दिल नहीं पढ़ सकते और वे यहोवा की तरफ से न्याय कर रहे हैं। (2 इतिहास 19:6 से तुलना करें।) इसलिए दूसरों का न्याय करते वक्त उनकी यही कोशिश रहती है कि वे यहोवा के स्तरों को ध्यान में रखें और यहोवा की तरह न्याय करें। वे दूसरों से हद-से-ज़्यादा की उम्मीद नहीं करते, भेदभाव नहीं करते और जब मुमकिन हो तो दया करते हैं।