फुटनोट
c हन्ना ने अपनी प्रार्थना में जो बातें कहीं, उनमें से कई बातें मूसा की लिखी किताब में भी पायी जाती हैं। इससे पता चलता है कि वह शास्त्र की बातों पर मनन करने के लिए समय निकालती थी। (व्यव. 4:35; 8:18; 32:4, 39; 1 शमू. 2:2, 6, 7) और आगे चलकर यीशु की माँ मरियम ने यहोवा की तारीफ में जो शब्द कहे, वे हन्ना की प्रार्थना से काफी मिलते-जुलते थे।—लूका 1:46-55.