भजन
निर्देशक के लिए हिदायत। यादगार के लिए दाविद का गीत।
2 जो मेरी जान के पीछे पड़े हैं,
वे शर्मिंदा और अपमानित किए जाएँ।
जो मुझे संकटों से घिरा देखकर मज़ा लेते हैं,
वे बेइज़्ज़त होकर भाग जाएँ।
3 जो मुझ पर हँसते और कहते हैं, “अच्छा हुआ! अच्छा हुआ!”
उन्हें शर्मिंदा करके वापस भगा दिया जाए।
उद्धार के लिए तुझ पर आस लगानेवाले हमेशा कहें,
“परमेश्वर की महिमा हो!”
5 हे परमेश्वर, मैं बेसहारा और गरीब हूँ,+
मेरी खातिर जल्द कदम उठा,+
तू ही मेरा मददगार और छुड़ानेवाला है।+
हे यहोवा, तू देर न कर।+