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बाइबल समयों में यरूशलेम पुरातत्वविज्ञान क्या प्रकट करता है?प्रहरीदुर्ग—1997 | जून 15
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इस संरचना के पास में शहर की प्राचीन जल-प्रणालियों के प्रवेश-मार्ग हैं, जिसके कुछ भाग दाऊद के समय के लगते हैं। यरूशलेम की जल-सुरंग प्रणाली के बारे में बाइबल में दिए गए कुछ कथनों ने सवाल खड़े किए हैं। मिसाल के तौर पर, दाऊद ने अपने लोगों से कहा कि “जो कोई यबूसियों को मारना चाहे, उसे चाहिये कि नाले [“जल सुरंग,” NW] से होकर चढ़े, और” शत्रु को “मारे।” (२ शमूएल ५:८) दाऊद के प्रधान योआब ने ऐसा किया। अभिव्यक्ति “जल सुरंग” का सही-सही अर्थ क्या है?
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बाइबल समयों में यरूशलेम पुरातत्वविज्ञान क्या प्रकट करता है?प्रहरीदुर्ग—1997 | जून 15
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विद्वानों ने काफ़ी समय पहले ही जान लिया था कि प्राचीन शहर के जल का मुख्य स्रोत था गीहोन सोता। यह शहर की दीवारों के बाहर था लेकिन इतना क़रीब था कि एक सुरंग और एक ११-मीटर गहरा कूपक खोदा जा सके, जिससे निवासी सुरक्षात्मक दीवारों के बाहर जाए बिना पानी निकालने में समर्थ होते। यह वॉरन कूपक के नाम से जाना जाता है, जो १८६७ में इस प्रणाली को खोज निकालनेवाले व्यक्ति, चार्ल्स वॉरन के नाम पर रखा गया। लेकिन सुरंग और कूपक कब बनाए गए थे? क्या वे दाऊद के समय में अस्तित्त्व में थे? क्या यह वही जल सुरंग थी जिसे योआब ने इस्तेमाल किया था? डैन गिल जवाब देता है: “यह परखने के लिए कि वॉरन कूपक असल में एक प्राकृतिक पोखर था या नहीं, हमने कार्बन-१४ के लिए इसकी ऊबड़-खाबड़ दीवारों के कैल्सियमी भूपटल के एक टुकड़े की जाँच की। इसमें यह नहीं था, जो यह सूचित करता है कि यह भूपटल ४०,००० साल से भी ज़्यादा पुराना है: यह सुस्पष्ट प्रमाण देता है कि यह कूपक मनुष्यों के हाथों खोदा हुआ नहीं हो सकता।”
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