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lff पाठ 17
पाठ 17. यीशु एक चमत्कार करता है। वह अपना हाथ बढ़ाकर एक बीमार आदमी को ठीक करता है।

पाठ 17

यीशु में कौन-से गुण हैं?

छपा हुआ संस्करण
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छपा हुआ संस्करण

यीशु ने जो बातें कहीं और जिस तरह से व्यवहार किया, उससे हम जान सकते हैं कि उसमें कितने मनभावने गुण हैं। और ये बातें हमें उसके और उसके पिता यहोवा के करीब लाती हैं। यीशु में क्या-क्या गुण हैं? और हम उसकी तरह कैसे बन सकते हैं? आइए जानें।

1. यीशु किस तरह अपने पिता जैसा है?

जब यीशु करोड़ों साल तक स्वर्ग में अपने प्यारे पिता के साथ था, तो उसने अपने पिता को देखकर बहुत कुछ सीखा। इस वजह से यीशु बिलकुल अपने पिता की तरह सोचता है, महसूस करता है और व्यवहार करता है। (यूहन्‍ना 5:19 पढ़िए।) यीशु इस हद तक अपने पिता जैसा है कि उसने कहा, “जिसने मुझे देखा है उसने पिता को भी देखा है।” (यूहन्‍ना 14:9) इसलिए यीशु को अच्छी तरह जानने से आप यहोवा को अच्छी तरह जान पाएँगे। मिसाल के लिए, जब आप पढ़ते हैं कि यीशु को लोगों से कितनी हमदर्दी थी, तो इससे पता चलता है कि यहोवा को आपकी कितनी परवाह है।

2. यीशु ने कैसे दिखाया कि वह यहोवा से प्यार करता है?

जब यीशु धरती पर था तो उसने हर हाल में अपने पिता की बात मानी, तब भी जब ऐसा करना आसान नहीं था। इस तरह उसने दिखाया कि उसे अपने पिता से बहुत प्यार है। यीशु ने खुद भी यह कहा, “दुनिया जान सके कि मैं पिता से प्यार करता हूँ इसलिए मैं ठीक वैसा ही करता हूँ जैसा पिता ने मुझे आज्ञा दी है।” (यूहन्‍ना 14:31) यीशु का प्यार एक और बात में नज़र आया। उसे हमेशा अपने पिता के बारे में बात करना पसंद था और यहोवा का दोस्त बनने में वह लोगों की मदद करता था।​—यूहन्‍ना 14:23.

3. यीशु ने कैसे दिखाया कि वह लोगों से प्यार करता है?

बाइबल में लिखा है कि यीशु को ‘इंसानों से गहरा लगाव है।’ (नीतिवचन 8:31) लोगों के लिए उसका प्यार किन बातों में नज़र आया? उसने उनका हौसला बढ़ाया, खुद से ज़्यादा उनके बारे में सोचा और उनकी मदद की। उसने कई चमत्कार भी किए, सिर्फ यह दिखाने के लिए नहीं कि उसमें कितनी शक्‍ति है, बल्कि इसलिए भी कि वह लोगों की तकलीफें समझता है। (मरकुस 1:40-42) यीशु लोगों के साथ प्यार से पेश आया और उसने कोई भेदभाव नहीं किया। उसने नेकदिल लोगों को अपनी बातों से दिलासा दिया और उनमें उम्मीद जगायी। यीशु सभी लोगों से इतना प्यार करता था कि उसने उनकी खातिर दर्द सहा और खुशी-खुशी अपनी जान दे दी। यीशु आज भी लोगों से प्यार करता है खासकर उनसे जो उसकी शिक्षाओं को मानते हैं।​—यूहन्‍ना 15:13, 14 पढ़िए।

और जानिए

आइए यीशु की शख्सियत और उसके गुणों के बारे में और जानें। हम यह भी सीखेंगे कि यीशु की तरह हम किन तरीकों से प्यार ज़ाहिर कर सकते हैं और दरियादिल बन सकते हैं।

4. यीशु अपने पिता से प्यार करता है

यीशु ने दिखाया कि उसे परमेश्‍वर से प्यार है। उससे हम सीखते हैं कि हम किन तरीकों से परमेश्‍वर के लिए प्यार ज़ाहिर कर सकते हैं। लूका 6:12 और यूहन्‍ना 15:10; 17:26 पढ़िए। हर वचन को पढ़ने के बाद आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • यीशु की तरह हम कैसे दिखा सकते हैं कि हमें यहोवा से प्यार है?

यीशु प्रार्थना कर रहा है।

यीशु को अपने पिता से प्यार था और वह हमेशा उससे प्रार्थना करता था

5. यीशु को लोगों की परवाह है

यीशु अपने बारे में नहीं बल्कि दूसरों के बारे में सोचता था। वह लोगों की मदद करने के लिए अपना समय और ताकत लगाता था, फिर चाहे वह कितना भी थका हुआ क्यों न हो। मरकुस 6:30-44 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:

  • यीशु ने किन तरीकों से दिखाया कि उसे दूसरों की परवाह है?​—वचन 31, 34, 41 और 42 देखिए।

  • किस बात ने यीशु को उभारा कि वह लोगों की मदद करे?​—वचन 34 देखिए।

  • यीशु बिलकुल अपने पिता जैसा है। तो अभी हमने यीशु के बारे में जो पढ़ा, उससे हम यहोवा के बारे में क्या सीखते हैं?

  • यीशु की तरह हम कैसे दिखा सकते हैं कि हमें दूसरों की परवाह है?

यीशु चमत्कार करके पाँच रोटियों और दो मछलियों से हज़ारों को खाना खिलाता है। उसके शिष्य आदमी, औरतों और बच्चों में खाना बाँटते हैं।

6. यीशु दरियादिल है

यीशु के पास ज़्यादा चीज़ें नहीं थीं, फिर भी वह दिल खोलकर दूसरों को देता था। वह हमसे भी कहता है कि हम दिल खोलकर दूसरों को दें। प्रेषितों 20:35 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

  • खुशी पाने के लिए यीशु ने क्या सलाह दी?

वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:

वीडियो: “लेने से ज़्यादा खुशी देने में है”​—एक झलक  (4:00)

  • चाहे हमारे पास ज़्यादा कुछ न हो, फिर भी हम कैसे दिल खोलकर दे सकते हैं?

क्या आप जानते हैं?

बाइबल में लिखा है कि हमें यीशु के नाम से यहोवा से प्रार्थना करनी चाहिए। (यूहन्‍ना 16:23, 24 पढ़िए।) यीशु ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है ताकि हम यहोवा के करीब आ सकें। जब हम यीशु के नाम से प्रार्थना करते हैं, तो हम दिखाते हैं कि हम उसके कितने एहसानमंद हैं।

कुछ लोग कहते हैं: “हमें तकलीफ में देखकर ईश्‍वर को कोई फर्क नहीं पड़ता। उसे हमारी कोई परवाह नहीं।”

  • यीशु ने धरती पर जो कुछ किया, उससे कैसे पता चलता है कि यहोवा को हमारी परवाह है?

अब तक हमने सीखा

यीशु यहोवा से और लोगों से प्यार करता है। यीशु बिलकुल अपने पिता की तरह है। इसलिए जितनी अच्छी तरह आप यीशु को जानेंगे, उतनी अच्छी तरह आप यहोवा को जान पाएँगे।

आप क्या कहेंगे?

  • यीशु की तरह हम कैसे दिखा सकते हैं कि हमें यहोवा से प्यार है?

  • यीशु की तरह हम कैसे दिखा सकते हैं कि हमें लोगों से प्यार है?

  • यीशु के बारे में कौन-सी बात आपके दिल को छू गयी?

लक्ष्य

ये भी देखें

आइए यीशु के कुछ गुणों पर ध्यान दें और देखें कि हम उसकी तरह कैसे बन सकते हैं।

“यीशु के नक्शेकदम पर चलिए” (यीशु​—राह, सच्चाई, जीवन,  पेज 317)

जानिए कि यीशु के नाम से प्रार्थना करना इतना ज़रूरी क्यों है।

“यीशु के नाम से क्यों प्रार्थना करें?” (प्रहरीदुर्ग  लेख)

क्या बाइबल में यीशु की शक्ल-सूरत या रंग-रूप के बारे में कुछ बताया गया है?

“यीशु दिखने में कैसा था?” (jw.org पर दिया लेख)

यीशु जिस तरह स्त्रियों के साथ पेश आया, उससे हम क्या सीख सकते हैं?

“परमेश्‍वर के साए में आकर मिला आदर और गरिमा” (प्रहरीदुर्ग  लेख)

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