पाठकों से प्रश्न
स्वर्गदूत तो आत्माएँ हैं, जिनका कोई दैहिक शरीर नहीं, तो क्यों आप उन्हें पंख-सहित दृष्टांतों में चित्रित करते हैं? क्या यह सिर्फ़ धार्मिक परम्परा है?
बाइबल में प्राप्त प्रतीकात्मक विवरण के वजह से हम स्वर्गदुतों को पंख-सहित चित्रित करते हैं।
आत्मिक जीवियों को असली पंख-सहित दैहिक शरीर—चेहरा, हाथ, पैर, या शरीर के अन्य अंग नहीं होता है, यह कहने में आप सही हैं। फिर भी, कई अवसरों पर, जब स्वर्गदूत परमेश्वर के सेवकों को प्रकट हुए, तब वे सामान्य आदमी के तरह दिखायी दिए, चूँकि उन्हें ऐसा ही समझा गया।—उत्पत्ति १८:२, २२; न्यायियों ६:११-२२.
तथापि, कई बार, इंसानों को स्वर्गदुतों के दर्शन प्राप्त हुए हैं और उनका वर्णन किया गया। भविष्यवक्ता यहेजकेल ने “चार जीवधारियों” को देखा, और एक बाद के दर्शन में, उसने इन्हें करूब दरजे के स्वर्गदूत के रूप में पहचाना। (यहेजकेल १:५; ९:३; १०:३) इन स्वर्गदुतों में से हर एक के पास चार पंख थे, जो दिखाती है कि उन्हें परमेश्वर के आज्ञाओं के अनुसार किसी भी दिशा में तेज़ी से प्रतिक्रिया दिखाने की क्षमता थी। “वे अपने सामने सीधे ही चलते हुए मुड़ते नहीं थे। . . . जिधर आत्मा जाना चाहता था, वे उधर ही जाते थे, और चलते समय मुड़ते नहीं थे।”—यहेजकेल १:६, ९, १२.
लेकिन दर्शन में देखे स्वर्गदूत हमेशा समान नहीं दिखते थे। यशायाह ने देखा हुआ साराप नामक स्वर्गदूत-तूल्य जीव के छः पंख थे। (यशायाह ६:१, २) यहेजकेल के दर्शनों में भी फर्क़ थे। पहले में, स्वर्गदुतों को पैर, चार पंखों के नीचे हाथ, और (एक आदमी, सिंह, बैल, और उकाब पक्षी के जैसे) चार मुख थे। उसके दूसरे दर्शन में, बैल का मुख के बजाय एक मुख करूब जैसा था, शायद यह सूचित करने के लिए कि करुबों को बड़ी ताक़त है। प्रतीकात्मक मंदिर की सजावट का एक परवर्त्ती दर्शन में, यहेजकेल ने दो मुखों के करुबों को देखा, एक आदमी और दूसरा सिंह का। (यहेजकेल १:५-११; १०:७-१७; ४१:१८, १९) निवासस्थान के परम पवित्रस्थान में, यरूशलेम में सुलैमान द्वारा बनाए मंदिर में भी, दो पंखों वाले करूब थे। वे वाचा का सन्दूक के सोने का ढकना पर थे। दो सोने के करूब आमने-सामने थे, और दोनों के पंख सन्दूक पर फैले थे। (निर्गमन २५:१०-२२; ३७:६-९) सुलैमान के मंदिर में सन्दूक (और ढकना) के ऊपर दो और बड़े सोने से लपेटे हुए करूब थे, और प्रत्येक के दो फैले हुए पंख थे।—१ राजा ८:६-८; १ इतिहास २८:१८; २ इतिहास ५:७, ८.
युसूफस ने लिखा: “[उन] करूब के बारे में, कोई कह नहीं सकता या कल्पना भी नहीं कर सकता कि वे कैसे दिखते थे।” इस प्रकार, कुछ विद्वान और कलाकार पंखवाले जानवरों के आकार में स्वर्गदूत (ख़ासकर करूब) का चित्रण तथाकथित प्राचीन निकट-पूर्वी देवताओं के आदिप्ररूप पर आधारित करते हैं। लेकिन इन से विश्वसनीय मार्गदर्शक यहेजकेल की टिप्पणी है कि जिसे उसने देखा “उनका रूप मनुष्य के समान था।” (यहेजकेल १:५) इसलिए जब हमारी प्रकाशनों में स्वर्गदुतों को चित्रित किया जाता है, हम उन्हें आम तौर पर इंसानी आकार में चित्रित करते हैं। पंख-सहित स्वर्गदुतों का बाइबल के बहुत से विवरण के कारण और “उड़ते हुए” स्वर्गदुत का टिप्पणी के वजह से हम उन्हें पंख के साथ दिखाते हैं।—प्रकाशितवाक्य १४:६; भजन १८:१०.
आख़िरकार, रेविलेशन—इट्स ग्रैन्ड क्लाइमक्स ऐट हैन्ड! किताब के पृष्ठ २८८ पर एक पंखवाले स्वर्गीय जीव को चित्रित किया गया है, जिसके सर पर ताज और हाथ में चाबी है। यह प्रकाशितवाक्य २०:१ का सुस्पष्ट चित्रण है: “फिर मैं ने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा, जिसके हाथ में अथाह कुंड की कुंजी और एक बड़ी जंजीर थी।” हम समझते हैं कि यह चाबी लिए स्वर्गदूत महिमावान् यीशु मसीह है। यह दृष्टांत उसे पंख-सहित दिखाती है इस तथ्य से मेल खाने कि दर्शन में देखे गए स्वर्गदुतों के अक़सर पंख होते हैं।