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  • यह राज धरती पर कब हुकूमत करेगा?

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  • यह राज धरती पर कब हुकूमत करेगा?
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2020
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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2020
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एक यहोवा की साक्षी कार्ट के पास खड़ी है और वह एक औरत को निमंत्रण पत्र दे रही है।

यह राज धरती पर कब हुकूमत करेगा?

यीशु के कुछ वफादार शिष्य जानना चाहते थे कि परमेश्‍वर का राज कब हुकूमत करना शुरू करेगा। यीशु ने उनसे कहा कि यह राज धरती पर ठीक कब हुकूमत करेगा, यह उन्हें नहीं पता होगा। (प्रेषितों 1:6, 7) लेकिन इससे पहले एक मौके पर यीशु ने कहा था कि जब उसके शिष्य कुछ घटनाओं को एक-साथ होते देखेंगे, ‘तो वे जान लेंगे कि परमेश्‍वर का राज पास है’ और जल्द ही यह राज धरती पर अपनी हुकूमत शुरू करेगा।—लूका 21:31.

यीशु ने किन घटनाओं के बारे में बताया?

यीशु ने कहा था, “एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र पर और एक राज्य दूसरे राज्य पर हमला करेगा। बड़े-बड़े भूकंप आएँगे और एक-के-बाद-एक कई जगह अकाल पड़ेंगे और महामारियाँ फैलेंगी।” (लूका 21:10, 11) इन सारी घटनाओं का एक-साथ घटना, इस बात की निशानी होगी कि “परमेश्‍वर का राज पास है।” क्या ऐसा सच में हुआ है? क्या ये घटनाएँ बड़े पैमाने पर और एक-साथ घटी हैं? आइए कुछ सबूतों पर गौर करें।

1. युद्ध

लड़ाकू विमान, टैंक और मिसाइल।

सन्‌ 1914 में एक ऐसा युद्ध छिड़ा जो इंसान के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था! इतिहासकारों का कहना है कि 1914 ने दुनिया का रुख ही बदल दिया क्योंकि उसी साल पहला विश्‍व युद्ध शुरू हुआ। उस युद्ध में पहली बार ऐसे हथियार इस्तेमाल हुए जिनसे चारों तरफ तबाही मची। जैसे, हवाई जहाज़ से बमबारी की गयी, मशीन-गन, टैंक, ज़हरीली गैस और दूसरे घातक हथियार इस्तेमाल हुए। फिर दूसरा विश्‍व युद्ध छिड़ गया जिसमें पहली बार परमाणु हथियार इस्तेमाल हुए। युद्धों का सिलसिला 1914 से जारी है और उन युद्धों में लाखों लोग मारे गए हैं।

2. भूकंप

एक भूकंप की वजह से इमारतों में दरारें आ गयी हैं।

इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका  का कहना है कि हर साल करीब 100 भूकंप आते हैं जिससे “ज़बरदस्त नुकसान” होता है। अमरीका के भू-विज्ञान सर्वे के मुताबिक सन्‌ 1900 से जो रिकॉर्ड रखे गए, उनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि हर साल 16 बड़े-बड़े भूकंपों का आना तय है। कुछ लोगों का कहना है कि टेकनॉलजी के ज़रिए आज भूकंप का अच्छे से पता लगाया जा सकता है। इस वजह से आजकल भूकंप होने की खबरें ज़्यादा सुनायी दे रही हैं। इसमें कितनी सच्चाई है यह तो हम नहीं जानते, मगर यह बात सच है कि पूरी दुनिया में बड़े-बड़े भूकंपों की वजह से जान-माल का बहुत नुकसान हो रहा है।

3. अकाल

एक ग्राफ जिसमें फसल की पैदावार में आयी गिरावट दिखायी गयी है।

पूरी दुनिया में अकसर युद्ध, भ्रष्टाचार, अर्थव्यवस्था में आयी गिरावट और फसल खराब होने की वजह से अकाल पड़ते हैं। विश्‍व खाद्य कार्यक्रम की 2018 की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि “पूरी दुनिया में 82 करोड़ 10 लाख लोगों को खाने की कमी है और इनमें से 12 करोड़ 40 लाख लोग भूखे मर रहे हैं।” कुपोषण की वजह से हर साल करीब 31 लाख बच्चे मारे जाते हैं। सन्‌ 2011 में पूरी दुनिया में बच्चे जिन कारणों से मारे गए, उनमें से 45 प्रतिशत बच्चों की मौत कुपोषण की वजह से हुई।

4. बीमारियाँ और महामारियाँ

वाइरस और बैक्टीरिया के चिन्ह।

विश्‍व स्वास्थ्य संगठन की एक पत्रिका बताती है, ‘21वीं सदी में बड़ी-बड़ी महामारियों ने कहर ढाया है। हैजा, ब्लैक डेथ और पीत-ज्वर जैसी पुरानी बीमारियाँ फिर से फैल रही हैं। इसके अलावा इबोला, ज़ीका और मर्स वाइरस, पैंडेमिक इनफ्लूएन्ज़ा और सार्स रोग जैसी नयी बीमारियाँ भी कई लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं।’ और हाल ही में कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में कहर ढाया है। भले ही चिकित्सा क्षेत्र में बहुत तरक्की हुई है, फिर भी वैज्ञानिक और डॉक्टर बीमारियों का इलाज ढूँढ़ने और महामारियाँ रोकने में नाकाम हुए हैं।

5. पूरी दुनिया में प्रचार का काम

पृथ्वी की तसवीर और उसके पास एक खुली हुई बाइबल है।

यीशु ने निशानी देते वक्‍त यह भी कहा, “राज की इस खुशखबरी का सारे जगत में प्रचार किया जाएगा ताकि सब राष्ट्रों को गवाही दी जाए और इसके बाद अंत आ जाएगा।” (मत्ती 24:14) एक तरफ जहाँ दुनिया बड़ी-बड़ी समस्याओं का सामना कर रही है, वहीं दूसरी तरफ 80 लाख से भी ज़्यादा लोग परमेश्‍वर के राज की खुशखबरी सुना रहे हैं। वे यह काम 240 देशों में करीब 1,000 भाषाओं में कर रहे हैं। इतने बड़े पैमाने पर प्रचार काम आज से पहले कभी नहीं हुआ।

यह निशानी हमारे लिए क्या मायने रखती है?

यीशु ने जो निशानी दी और जिन घटनाओं के होने के बारे में बताया, वे हमारे समय में पूरी हो रही हैं। इस बात पर हमें क्यों ध्यान देना चाहिए? क्योंकि यीशु ने कहा था, “जब तुम ये बातें होती देखो, तो जान लेना कि परमेश्‍वर का राज पास है।”—लूका 21:31.

राजा यीशु स्वर्ग में राजगद्दी पर बैठा है और नीचे धरती खूबसूरत फिरदौस बन गयी।

बहुत जल्द परमेश्‍वर का राज धरती पर उसकी मरज़ी पूरी करेगा

यीशु ने जो निशानी दी और बाइबल में घटनाओं का जो क्रम और समय बताया गया है, उससे हम समझ पाते हैं कि 1914a में परमेश्‍वर ने स्वर्ग में अपना राज स्थापित किया। उसी समय उसने अपने बेटे यीशु मसीह को राजा बनाया। (भजन 2:2, 4, 6-9) जब परमेश्‍वर का राज धरती पर अपनी हुकूमत शुरू करेगा, तब इंसान की सभी सरकारें मिटा दी जाएँगी। इसके बाद धरती को खूबसूरत बनाया जाएगा, ताकि इंसान यहाँ हमेशा के लिए जीएँ।

कुछ ही समय बाद यीशु की यह प्रार्थना पूरी होगी, “तेरा राज आए। तेरी मरज़ी जैसे स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे धरती पर भी पूरी हो।” (मत्ती 6:10) लेकिन सवाल है कि जब से यह राज 1914 में कायम हुआ है, तब से यह क्या कर रहा है? जब यह राज पूरी धरती पर अपनी हुकूमत शुरू करेगा, तब क्या होगा? आइए देखें।

a सन्‌ 1914 के बारे में ज़्यादा जानने के लिए खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!  किताब का पाठ 32 पढ़ें। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।

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