-
“परमेश्वर के बड़े बड़े कामों” के बारे में सुनकर वे जोश से भर गएप्रहरीदुर्ग—2002 | अगस्त 1
-
-
काम में लगने का जोश!
4. सामान्य युग 33 के पिन्तेकुस्त के दिन, योएल की कौन-सी भविष्यवाणी पूरी हुई?
4 पवित्र आत्मा पाने के बाद, यरूशलेम में यीशु के चेलों ने बिना वक्त गँवाए दूसरों को उद्धार का सुसमाचार सुनाया और उस सुबह इकट्ठी हुई भीड़ से ही उन्होंने शुरूआत की। उनके प्रचार से एक खास भविष्यवाणी पूरी हुई जिसे उस घटना के आठ सौ साल पहले, पतूएल के पुत्र योएल ने लिखा था: “यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन के आने से पहले,” “मैं सब प्राणियों पर अपना आत्मा उण्डेलूंगा; तुम्हारे बेटे-बेटियां भविष्यद्वाणी करेंगी, और तुम्हारे पुरनिये स्वप्न देखेंगे, और तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे। तुम्हारे दास और दासियों पर भी मैं उन दिनों में अपना आत्मा उण्डेलूंगा।”—योएल 1:1; 2:28, 29, 31; प्रेरितों 2:17, 18, 20.
5. पहली सदी के मसीहियों ने किस अर्थ में भविष्यवाणी की? (फुटनोट देखिए।)
5 क्या इसका मतलब यह था कि परमेश्वर, दाऊद, योएल और दबोरा की तरह भविष्यवक्ताओं और भविष्यवक्तिनों की पूरी एक पीढ़ी तैयार करता और उनके ज़रिए आनेवाली घटनाओं की भविष्यवाणी करवाता? जी नहीं। मसीही ‘बेटे-बेटियां और दास-दासियाँ’ इस अर्थ में भविष्यवाणी करते कि यहोवा की आत्मा की प्रेरणा से, उन्हें उन “बड़े बड़े कामों” का ऐलान करने के लिए उसाया जाता जो यहोवा ने अब तक किए हैं और आगे भी करेगा। इस तरह वे परमप्रधान परमेश्वर की तरफ से बोलनेवालों का काम करते।a मगर, भीड़ ने ये बातें सुनकर क्या किया?—इब्रानियों 1:1, 2.
-
-
“परमेश्वर के बड़े बड़े कामों” के बारे में सुनकर वे जोश से भर गएप्रहरीदुर्ग—2002 | अगस्त 1
-
-
a जब यहोवा ने अपने लोगों की तरफ से बोलने के लिए मूसा और हारून को नियुक्त किया, तब उसने मूसा से कहा: “मैं तुझे फ़िरौन के लिये परमेश्वर सा ठहराता हूं; और तेरा भाई हारून तेरा नबी ठहरेगा।” (तिरछे टाइप हमारे।) (निर्गमन 7:1) हारून भविष्य बतानेवाला नबी नहीं था। बल्कि वह मूसा का प्रवक्ता था यानी उसकी तरफ से बोलने का काम करता था और इस अर्थ में वह उसका नबी ठहरा।
-