-
“नाजायज़ यौन-संबंधों से दूर भागो!”“खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो”
-
-
3. बिलाम की चाल किस हद तक कामयाब रही?
3 क्या यह चाल कामयाब हुई? हाँ, काफी हद तक। हज़ारों इसराएली आदमी इस चारे के लालच में आ गए और उन्होंने “मोआबी औरतों के साथ नाजायज़ यौन-संबंध” रखे। यहाँ तक कि वे मोआबी देवताओं को और पोर के घिनौने बाल देवता को पूजने लगे, जो प्रजनन या सेक्स का देवता था। अंजाम यह हुआ कि 24,000 इसराएली वादा किए गए देश की सरहद पर ही मारे गए। यह वाकई बहुत बड़ी तबाही थी!—गिनती 25:1-9.
-
-
“नाजायज़ यौन-संबंधों से दूर भागो!”“खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो”
-
-
4. हज़ारों इसराएली नाजायज़ यौन-संबंध के फंदे में क्यों फँस गए?
4 आखिर वह क्या बात थी जो इसराएलियों को ऐसी तबाही के रास्ते पर ले गयी? बहुत-से इसराएली यहोवा से दूर चले गए थे। उन्होंने अपना दिल कठोर करके दुष्ट बना लिया था। उन्होंने उस परमेश्वर से मुँह मोड़ लिया जिसने उन्हें मिस्र से छुड़ाया था, वीराने में खाना दिया और सही-सलामत वादा किए गए देश तक ले आया था। (इब्रानियों 3:12) उसी घटना को याद करते हुए प्रेषित पौलुस ने लिखा, “न ही हम नाजायज़ यौन-संबंध रखने का पाप करें जैसे उनमें से कुछ ने किया था और एक ही दिन में उनमें से 23,000 मारे गए।”a—1 कुरिंथियों 10:8.
-
-
“नाजायज़ यौन-संबंधों से दूर भागो!”“खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो”
-
-
a ये 23,000 वे लोग थे जिन्हें खुद यहोवा ने मारा था। गिनती किताब में मरनेवालों का आँकड़ा 24,000 बताया गया है क्योंकि उस आँकड़े में लोगों के ‘अगुवे’ भी शामिल थे जिनकी गिनती 1,000 थी और इन्हें न्यायियों ने मार डाला था।—गिनती 25:4, 5.
-