पाठकों के प्रश्न
मरे हुओं के लिये बपतिस्मा लेने का क्या मतलब है?
स्वर्ग के लिए पुनरुत्थान के बारे में बताते वक्त प्रेरित पौलुस ने बाइबल में एक बहुत दिलचस्प बात लिखी। हमारी हिंदी बाइबल में वह भाग इस तरह लिखा है: “नहीं तो जो लोग मरे हुओं के लिये बपतिस्मा लेते हैं, वे क्या करेंगे? यदि मुर्दे जी उठते ही नहीं, तो फिर क्यों उन के लिये बपतिस्मा लेते हैं?” और ईज़ी-टू-रीड वर्शन कहता है: “नहीं तो जिन्होंने अ[प]ने प्राण दे दिये हैं, उनके कारण जिन्होंने बपतिस्मा लिया है, वे क्या करेंगे। यदि मरे हुए कभी पुनर्जीवित होते ही नहीं तो लोगों को उनके लिये बपतिस्मा दिया ही क्यों जाता है?”—1 कुरिन्थियों 15:29.
क्या पौलुस के कहने का मतलब यह था कि जो लोग बिना बपतिस्मा लिए ही मर गए हैं, उनके लिए बपतिस्मा उन्हें लेना चाहिए जो जीवित हैं? इन या कुछ और बाइबल अनुवादों को पढ़ने से ऐसा ही लग सकता है। लेकिन पौलुस ने जिन मूल यूनानी शब्दों का इस्तेमाल किया था, अगर उन शब्दों को और पूरी बाइबल को करीब से जाँचें तो ज़ाहिर होता है कि पौलुस कुछ और ही कह रहा था। उसका मतलब था कि बपतिस्मा लेने पर अभिषिक्त मसीही एक ऐसी ज़िंदगी शुरू करेंगे और अपनी मौत तक खराई बनाए रखेंगे, ठीक जैसे मसीह ने बनाए रखी थी। फिर उन्हें आत्मिक जीवन देकर ज़िंदा किया जाएगा जैसे मसीह को किया गया।
बाइबल से सबूत मिलते हैं कि पौलुस का यही मतलब था। उसने रोमियों की पत्री में लिखा: “क्या तुम नहीं जानते, कि हम जितनों ने मसीह यीशु का बपतिस्मा लिया, तो उस की मृत्यु का बपतिस्मा लिया?” (रोमियों 6:3) फिलिप्पियों को लिखी अपनी पत्री में, पौलुस ने खुद के बारे में कहा, मैं “[मसीह] के साथ दुखों में सहभागी होने के मर्म को जानूं, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं। ताकि मैं किसी भी रीति से मरे हुओं में से जी उठने के पद तक पहुंचूं।” (फिलिप्पियों 3:10, 11) वह कह रहा था कि मसीह के अभिषिक्त चेलों का जीवन ऐसा है जिसमें उन्हें परीक्षाओं के दौरान लगातार खराई बनाए रखनी होगी, हर दिन मौत का सामना करते हुए जीना होगा, और आखिरकार मौत तक खराई बनाए रखनी होगी, जिसके बाद स्वर्ग में उनका पुनरुत्थान होगा।
गौर करने लायक बात यह है कि इन और दूसरी आयतों में, जहाँ बपतिस्मा पाए हुओं के साथ मौत का ज़िक्र किया गया है, यह उन लोगों के बारे में कहा गया है जो ज़िंदा हैं और बपतिस्मा पा चुके हैं, न कि उनके बारे में जो मर चुके हैं। पौलुस ने संगी अभिषिक्त मसीहियों से यह भी कहा: “[तुम] उसी के साथ बपतिस्मा में गाड़े गए, और उसी में परमेश्वर की शक्ति पर विश्वास करके, जिस ने उस को मरे हुओं में से जिलाया, उसके साथ जी भी उठे।”—कुलुस्सियों 2:12.
अलग-अलग बाइबल संस्करणों में 1 कुरिन्थियों 15:29 में यूनानी संबंधसूचक अव्यय हाइ-पर का अनुवाद “उन के लिए” या “उनके कारण” किया गया है, उसका अर्थ “के मकसद से” भी हो सकता है। इसलिए न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द होली स्क्रिप्चर्स में इस आयत को सही तरीके से अनुवाद किया गया है और यह बाइबल की दूसरी आयतों से भी मेल खाती है। इसमें लिखा है: “जो लोग मरे हुए होने के मकसद से बपतिस्मा लेते हैं, वे क्या करेंगे? अगर मुर्दों को जिलाया ही नहीं जाएगा, तो फिर वे ऐसे होने के मकसद से बपतिस्मा क्यों ले रहे हैं?”