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हम कैसे सब्र दिखाते हुए ‘इंतज़ार कर’ सकते हैं?प्रहरीदुर्ग—2013 | नवंबर 15
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9-11. क्या 1 थिस्सलुनीकियों 5:3 में दर्ज़ भविष्यवाणी पूरी हो चुकी है? समझाइए।
9 पहला थिस्सलुनीकियों 5:1-3 पढ़िए। जल्द ही भविष्य में यह घोषणा की जाएगी: “शांति और सुरक्षा है!” अगर हम इस घोषणा से धोखा नहीं खाना चाहते, तो ज़रूरी है कि हम “जागते रहें और होश-हवास बनाए रखें।” (1 थिस्स. 5:6) कई घटनाओं ने इस खास घोषणा के होने की बुनियाद डालनी शुरू कर दी है। आइए हम इन घटनाओं पर एक सरसरी नज़र डालें, ताकि हमें आध्यात्मिक तौर पर जागते रहने में मदद मिल सके।
10 हर विश्वयुद्ध के बाद, राष्ट्रों ने शांति के नारे लगाए। पहले विश्वयुद्ध (1914-1918) के बाद, राष्ट्र संघ इस उम्मीद के साथ शुरू किया गया था कि यह पूरी दुनिया में शांति लाएगा। फिर दूसरे विश्वयुद्ध (1939-1945) के बाद दुनिया-भर में शांति लाने के लिए एक और संगठन की शुरूआत की गयी, और वह था संयुक्त राष्ट्र। सरकार और धार्मिक अगुवों ने इन संगठनों पर भरोसा किया है कि ये मानवजाति के बीच शांति कायम करेंगे। मिसाल के लिए, संयुक्त राष्ट्र ने साल 1986 को ‘अंतर्राष्ट्रीय शांति वर्ष’ घोषित किया। उस साल, कई राष्ट्रों और धर्मों के नेताओं ने शांति की कामना करने के लिए इटली के अस्सीज़ी शहर में कैथोलिक चर्च के मुखिया से भेंट की।
11 लेकिन न तो उस साल की गयी घोषणा ने, और न ही किसी और घोषणा ने “शांति और सुरक्षा” के बारे में 1 थिस्सलुनीकियों 5:3 में दर्ज़ भविष्यवाणी को पूरा किया। ऐसा हम क्यों कह सकते हैं? क्योंकि भविष्यवाणी के मुताबिक “अचानक उन पर विनाश” नहीं आया।
12. हम “शांति और सुरक्षा” की घोषणा के बारे में क्या जानते हैं?
12 भविष्य में “शांति और सुरक्षा” की खास घोषणा कौन करेगा? ईसाईजगत और दूसरे धर्मों के अगुवे इसमें क्या भूमिका निभाएँगे? इस घोषणा में अलग-अलग सरकारों के नेता किस तरह हिस्सा लेंगे? बाइबल हमें इस बारे में नहीं बताती। लेकिन हम इतना ज़रूर जानते हैं कि यह घोषणा चाहे कैसे भी की जाए, या यह कितनी ही सच क्यों न लगे, यह महज़ एक ढकोसला ही होगी। क्योंकि जब यह घोषणा की जाएगी, तब इस दुनिया की व्यवस्था पर शैतान का ही राज चल रहा होगा। यह व्यवस्था अंदर से पूरी तरह सड़ चुकी है और जब तक शैतान का राज खत्म नहीं हो जाता, यह ऐसी ही रहेगी। यह कितने दुख की बात होगी अगर हममें से कोई भी शैतान की झूठी बातों में आ जाए और निष्पक्ष बने रहने से चूक जाए!
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हम कैसे सब्र दिखाते हुए ‘इंतज़ार कर’ सकते हैं?प्रहरीदुर्ग—2013 | नवंबर 15
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14. क्या बात दिखाती है कि महानगरी बैबिलोन का अंत करीब है?
14 महानगरी बैबिलोन, यानी दुनिया-भर में साम्राज्य की तरह फैला झूठा धर्म, जल्द ही नाश हो जाएगी, जो इसी लायक है। “लोग और भीड़ और राष्ट्र और भाषाएँ” उसकी कोई मदद नहीं कर पाएँगी। हम अभी से इस बात के सबूत देख सकते हैं कि महानगरी बैबिलोन का अंत करीब है। (प्रका. 16:12; 17:15-18; 18:7, 8, 21) दरअसल, अभी से खबरों में यह साफ दिखाया जा रहा है कि लोग उसकी कोई मदद नहीं कर रहे हैं। वे खुलेआम धर्मों और धर्मगुरुओं की निंदा कर रहे हैं। इसके बावजूद, महानगरी बैबिलोन के गुरुओं को ऐसा नहीं लगता कि उनका भविष्य खतरे में है। लेकिन वे कितना गलत सोचते हैं! “शांति और सुरक्षा” की घोषणा के बाद, शैतान की व्यवस्था का राजनैतिक हिस्सा अचानक झूठे धर्म पर हमला करेगा और उसका नामो-निशान मिटा देगा। जी हाँ, महानगरी बैबिलोन हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी! बेशक, इस रोमांचक घटना को होते देखना सब्र दिखाते हुए इंतज़ार करने लायक है!—प्रका. 18:8, 10.
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