शासी निकाय का खत
यहोवा की सेवा में हमारे प्यारे भाइयो:
प्रेरित पौलुस अपने मसीही भाइयों के लिए प्यार और कदरदानी ज़ाहिर करने का कोई मौका नहीं छोड़ता था। उसने रोम के मसीहियों को लिखा, ‘मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, क्योंकि तुम्हारे विश्वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है।’ (रोमि. 1:8) जी हाँ, पहली सदी के मसीही पूरे रोमी साम्राज्य में अपने फौलादी विश्वास और प्रचार में अपने धधकते जोश के लिए जाने जाते थे। (1 थिस्स. 1:8) इसलिए इसमें कोई ताज्जुब नहीं कि पौलुस को उन भाइयों से गहरा लगाव था!
जब हम आपके बारे में सोचते हैं, तो हम भी पौलुस की तरह यहोवा को धन्यवाद देते हैं। हम आप सभी से बेहद प्यार करते हैं! और आप यकीन रख सकते हैं कि यहोवा आपमें से हरेक को बेइंतिहा प्यार करता है। आपमें से कई लोग कड़े विरोध के बावजूद प्रचार करने में डटे हुए हैं। वाकई, आपकी हिम्मत और दिलेरी देखकर यहोवा खुशी से फूला नहीं समाता।—नीति. 27:11.
सन् 2008 की इयरबुक इस बात के बेशुमार सबूत देती है कि हमारा प्रभु यीशु मसीह “विजेता के रूप में जय प्राप्त करने के लिए निकल पड़ा” है। इयरबुक इस बात का भी सबूत देती है कि मसीह के चेलों के खिलाफ बनाया गया कोई भी हथियार कामयाब नहीं होगा।—प्रका. 6:2, नयी हिन्दी बाइबिल; यशा. 54:17.
पौलुस ने फिलिप्पी के मसीहियों को लिखा, ‘मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं कि तुम सुसमाचार के फैलाने में मेरे सहभागी रहे हो।’ (फिलि. 1:3-5) हम शासी निकाय के सदस्य भी आपके बारे में ऐसा ही महसूस करते हैं। सन् 2007 के सेवा साल के दौरान दुनिया-भर में 66,91,790 प्रचारकों ने 236 देशों में कुल मिलाकर 1,43,17,61,554 घंटे प्रचार में बिताए हैं। ये आँकड़े इस बात का ज़बरदस्त सबूत हैं कि आपने सुसमाचार को फैलाने में जी-तोड़ मेहनत की है। क्या आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि हमारी मेहनत से कितने हज़ारों लोगों को मदद मिली है और इससे यहोवा की क्या ही महिमा हुई है?
एक दूसरे मौके पर पौलुस ने दिखाया कि उसे अपने भाइयों से बहुत हमदर्दी है। उसने थिस्सलुनीके के मसीहियों को लिखा, “हम . . . प्रभु यीशु मसीह में [तुम्हारी] आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं।” (1 थिस्स. 1:2, 3) जी हाँ, ज़िंदगी में चुनौतियाँ तो आती-ही-आती हैं। लेकिन यह ज़रूरी है कि हम इनका सामना करते वक्त धीरज धरें। आप किन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं? क्या आप किसी गंभीर बीमारी की वजह से यहोवा की सेवा में पहले जितना नहीं कर पा रहे हैं और इस वजह से मायूस हैं? क्या मौत ने आपके सबसे प्यारे साथी, आपके बरसों के हमसफर को आपसे छीन लिया है? (नीति. 30:15, 16) क्या आपको अभी तक कोई जीवन-साथी नहीं मिला है, जो यहोवा से प्यार करता है, लेकिन इसके बावजूद आपका इरादा अटल है कि आप प्रभु में ही शादी करेंगे? (1 कुरि. 7:39) क्या आप पैसों की तंगी के बावजूद अपने बच्चों की परवरिश करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं? आपके हालात चाहे जो भी हों, आप एक बात का पूरा यकीन रख सकते हैं। वह यह कि अगर आप राज्य के कामों को पहली जगह देंगे, तो यहोवा ‘आपके काम, और उस प्रेम को नहीं भूलेगा, जो आप उसके नाम के लिये दिखाते हैं।’ भाइयो और बहनो, हम आपसे मिन्नत करते हैं कि आप “भले काम करने में हियाव न छो[ड़ें]।”—इब्रा. 6:10; गल. 6:9.
क्या बात आपको धीरज धरने में मदद दे सकती है? वही बात जिससे थिस्सलुनीके के मसीहियों को मदद मिली थी और वह है, “हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा।” इसलिए बाद में, पौलुस का “उद्धार की आशा” की तुलना एक मज़बूत टोप से करना बिलकुल सही था। क्योंकि यह आशा, मसीहियों को मायूस कर देनेवाली बातों और बार-बार मन में उठनेवाली शंकाओं से बचाती है।—1 थिस्स. 5:8.
जब आप मुश्किलों में खुशी-खुशी धीरज धरते हैं, तो विश्व की हुकूमत के मसले में आप शैतान को मुँहतोड़ जवाब दे पाते हैं। शैतान दावा करता है कि परमेश्वर के सेवक स्वार्थी हैं। वे कुछ समय तक तो परमेश्वर की सेवा करेंगे, लेकिन जैसे ही उन पर आज़माइशें बढ़ जाएँगी या उन्हें लगेगा कि अंत आने में देर हो रही है, तो वे यहोवा की सेवा में धीमे पड़ जाएँगे। शैतान को झूठा साबित करने का आपके पास क्या ही बढ़िया मौका है! हर नयी सुबह के साथ आप उस दिन के और भी करीब हैं, जब आप अपनी आशा को पूरा होते देखेंगे।
पौलुस ने हर मौके पर अपने भाइयों को उनके फौलादी विश्वास, प्रचार में उनकी मेहनत और उनके धीरज के लिए उन्हें शाबाशी दी थी। उसी तरह, हम भी इस मौके पर आपको शाबाशी देना चाहते हैं और इस बात का यकीन दिलाना चाहते हैं कि हमें आप सबसे बहुत प्यार है। आप जो अच्छे काम कर रहे हैं, उनमें लगे रहिए!
हमारी दुआ है कि इस साल भी परमेश्वर हमें बेशुमार आशीषें देगा। हम आपको शुभकामनाएँ भेज रहे हैं।
आपके भाई,
यहोवा के साक्षियों का शासी निकाय