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गुण नंबर 19

दिलों को उभारिए

आयत

नीतिवचन 3:1

क्या करना है: आप जो बता रहे हैं उसकी अहमियत समझाइए और सुननेवालों को उसके मुताबिक कदम उठाने के लिए उभारिए।

कैसे करना है:

  • अपनी जाँच करने के लिए उभारिए। ऐसे सवाल कीजिए जिससे लोग अपने इरादों को जाँच सकें।

  • प्रेरणा दीजिए। सुननेवालों को यह सोचने के लिए उभारिए कि वे क्यों  अच्छे काम करते हैं। उनके दिल में यहोवा और दूसरों के लिए प्यार बढ़ाइए और बाइबल की सच्चाइयों के लिए लगाव पैदा कीजिए। उनके साथ तर्क कीजिए, न कि उन्हें डाँटिए। ध्यान रखिए कि लोग आपकी पूरी बात सुनने के बाद दोषी न महसूस करें। उन्हें बढ़ावा दीजिए कि वे अपनी तरफ से पूरी कोशिश करें।

  • यहोवा की तरफ ध्यान खींचिए। बाइबल की शिक्षाओं, सिद्धांतों और आज्ञाओं के बारे में समझाते वक्‍त बताइए कि यहोवा में कैसे गुण हैं और वह हमसे कितना प्यार करता है। उन्हें यहोवा के बारे में सोचने और उसे खुश करने का बढ़ावा दीजिए।

    सुझाव

    याद रखिए कि यहोवा  लोगों को अपनी तरफ खींचता है। उसके वचन का इस्तेमाल करके उनके दिलों को उभारिए।

प्रचार में

एक व्यक्‍ति क्या मानता है, यह जानने के लिए हो सके तो उससे सवाल पूछिए। उसके चेहरे के भाव और बोलने के अंदाज़ पर ध्यान दीजिए। मगर शायद वह इतनी जल्दी अपने मन की बात न बताए, इसलिए सब्र रखिए। जब आप उसका भरोसा जीत लेंगे, तो वह बेझिझक आपको बताएगा।

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