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  • फोन कैसे बिगाड़ सकता है शादीशुदा ज़िंदगी को?

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  • फोन कैसे बिगाड़ सकता है शादीशुदा ज़िंदगी को?
  • सजग होइए!—2021
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सजग होइए!—2021
g21 अंक 2 पेज 10-12
एक आदमी हवाई अड्‌डे में है और उसकी पत्नी घर पर है। वे वीडियो कॉल पर एक-दूसरे से बात कर रहे हैं।

फोन कैसे बिगाड़ सकता है शादीशुदा ज़िंदगी को?

अगर पति-पत्नी फोन का सही इस्तेमाल करें, तो उनका रिश्‍ता मज़बूत हो सकता है। जैसे जब वे साथ नहीं होते, तो वे मैसेज या फोन करके एक-दूसरे से बात कर सकते हैं।

लेकिन देखा गया है कि फोन की वजह से कई पति-पत्नी . . .

  • एक-दूसरे के साथ वक्‍त नहीं बिताते।

  • बेवजह ऑफिस का काम घर ले आते हैं।

  • एक-दूसरे पर शक करने लगते हैं या बेवफाई कर बैठते हैं।

क्या आप जानते हैं?

रात का वक्‍त है। पति-पत्नी बिस्तर पर लेटे हुए हैं और दोनों अपने-अपने फोन में लगे हुए हैं।

एक-दूसरे के साथ वक्‍त

माइकल का कहना है, “कई बार ऐसा होता है कि मैं और मेरी पत्नी साथ होते हैं, फिर भी ऐसा लगता है कि वह मेरे साथ नहीं है। उसका ध्यान कहीं और ही होता है। वह फोन में लगी रहती है और कहती है, ‘मैं अभी तो फोन लेकर बैठी हूँ।’” जॉनाथन का कहना है कि जब पति या पत्नी फोन में लगे रहते हैं, तो “वे साथ होते हुए भी एक-दूसरे से मीलों दूर होते हैं।”

ज़रा सोचिए: आपके साथ ऐसा कितनी बार होता है कि आप अपने पति या पत्नी के साथ वक्‍त बिताने के बजाय किसी और को फोन या मैसेज करने में लग जाते हैं?​—इफिसियों 5:33.

काम

कुछ लोगों की नौकरी ऐसी होती है कि दिन हो या रात, वे ऑफिस में हों या घर पर, उन्हें कभी-भी फोन या ईमेल आ सकता है और उन्हें तुरंत जवाब देना होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए हर वक्‍त काम करना ज़रूरी नहीं होता, फिर भी वे ऑफिस का काम घर ले आते हैं। ली नाम के आदमी का कहना है, “कई बार मैं सोचता हूँ कि अपनी बीवी के साथ वक्‍त बिताऊँगा, मगर उस दौरान ऑफिस से फोन या मैसेज आ जाए, तो मन करता है कि देख लूँ।” जॉय नाम की एक शादीशुदा औरत का कहना है, “मैं घर से काम करती हूँ, इसलिए काम तो हमेशा ही रहता है। मुझे खुद को याद दिलाना पड़ता है कि बस अब बहुत हो गया।”

ज़रा सोचिए: जब आपका पति या आपकी पत्नी आपसे बात करते हैं, तो क्या आप उनकी ध्यान से सुनते हैं?​—लूका 8:18.

वफा

एक सर्वे में कई पति-पत्नियों ने कहा कि उनका झगड़ा सोशल मीडिया की वजह से ही हुआ। उन्हें शक था कि उनका जीवन-साथी सोशल मीडिया पर पता नहीं क्या डाल रहा है। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि वे सोशल मीडिया पर जो डालते हैं, उसे अपने जीवन-साथी से छिपाकर रखते हैं।

कहा जाता है कि सोशल मीडिया बारूदी सुरंग की तरह है। यहाँ एक गलत कदम रखने से शादीशुदा ज़िंदगी तबाह हो सकती है। कई लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल की वजह से बहुत-से लोग अपने साथी से बेवफाई कर बैठे। कई वकील कहते हैं कि आज बहुत-से लोग सोशल मीडिया के कारण ही तलाक ले रहे हैं।

ज़रा सोचिए: पतियो, जब आप किसी लड़की से बात करते हैं, तो क्या आप अपनी पत्नी से यह बात छिपाते हैं? पत्नियो, जब आप किसी लड़के से बात करती हैं, तो क्या आप अपने पति से यह बात छिपाती हैं?​—नीतिवचन 4:23.

इसे आज़माइए

तय कीजिए कि आपके लिए क्या ज़रूरी है

अगर हम खाना नहीं खाएँगे, तो कमज़ोर हो जाएँगे। उसी तरह अगर हम अपने पति या पत्नी के साथ समय नहीं बिताएँगे, तो हमारा रिश्‍ता कमज़ोर हो जाएगा।​—इफिसियों 5:28, 29.

पवित्र शास्त्र की सलाह: ‘पहचानिए कि ज़्यादा अहमियत रखनेवाली बातें क्या हैं।’​—फिलिप्पियों 1:10.

मिलकर तय कीजिए कि आप किन बातों पर अमल करेंगे या खुद लिखिए कि आप क्या करेंगे ताकि फोन आपके रिश्‍ते में दरार न डाले।

  • हम दिन में कम-से-कम एक बार साथ खाना खाएँगे

  • हम एक समय तय करेंगे जब हम दोनों में से कोई फोन नहीं चलाएगा

  • हम एक-दूसरे के साथ कुछ खास पल बिताने के लिए समय तय करेंगे

  • हम रात के वक्‍त अपना फोन बंद करके कहीं और रख देंगे

  • हम दिन में कम-से-कम 15 मिनट के लिए फोन बंद करके एक-दूसरे से बात करेंगे

  • हम हर दिन के लिए एक समय तय करेंगे जब अपना इंटरनेट बंद कर देंगे

पति-पत्नियों के लिए कुछ सवाल

आगे दिए गए सवालों के बारे में सोचिए, फिर इस बारे में एक-दूसरे से बात कीजिए।

  • आप फोन के ज़रिए अपना आपसी रिश्‍ता मज़बूत कैसे कर सकते हैं?

  • आपके साथ ऐसा कितनी बार होता है कि आप अपने पति या पत्नी के साथ वक्‍त बिताने के बजाय फोन पर लगे रहते हैं?

  • आप क्या चाहते हैं, फोन चलाने के मामले में आपका साथी कौन-से बदलाव करे?

  • क्या ऑफिस का काम ऑफिस में छोड़कर आना आपको मुश्‍किल लगता है? आपके पति या पत्नी इस बारे में क्या कहेंगे?

  • आपका जीवन-साथी हर वक्‍त आपके साथ नहीं रह सकता। आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप इस बात को समझते हैं?

    पवित्र शास्त्र की सलाह: “हर कोई अपने फायदे की नहीं बल्कि दूसरे के फायदे की सोचता रहे।”​—1 कुरिंथियों 10:24.

जेसन और ऐलेक्ज़ैनड्रा

“मैं घर से काम करता हूँ, इसलिए मैंने पहले से ही सोच लिया है कि मैं कितने बजे तक काम करूँगा और कोशिश करता हूँ कि तब तक ही काम करूँ। मैंने फोन में ऐसी सेटिंग कर रखी है, जिससे फलाँ समय के बाद मुझे नए ईमेल के मैसेज न आएँ। इस वजह से जब कभी मैं समय देखने के लिए फोन उठाता हूँ, तो मेरा ध्यान काम पर नहीं जाता।”​—जेसन और उनकी पत्नी ऐलेक्ज़ैनड्रा

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