सँभालकर रखिए
क्षेत्र सेवा में साक्षी देने के लिए सुझाव
इस इंसर्ट का इस्तेमाल कैसे करें
यहाँ दी गयी ज़्यादातर प्रस्तुतियाँ, हमारी राज्य सेवकाई के पिछले अंकों में आ चुकी हैं। प्रचार करते वक्त, आप इनमें से ज़्यादा-से-ज़्यादा प्रस्तुतियाँ आज़माने की कोशिश कीजिए और देखिए कि क्या नतीजे निकलते हैं। इस इंसर्ट को सँभालकर रखिए, और प्रचार के लिए तैयारी करते वक्त इसकी मदद लीजिए।
अगर आप चंद शब्दों में अपनी बात कहें, तो आप परमेश्वर के वचन में एक व्यक्ति की दिलचस्पी जगा सकते हैं। पहले किसी एक विषय पर सवाल पूछिए और फिर बाइबल की एक-दो आयतें पढ़कर उसका जवाब दीजिए। आप इन सुझावों को आज़मा सकते हैं:
“आपकी राय में भविष्य कैसा होगा, उज्ज्वल या मुश्किलों से भरा हुआ? [जवाब के लिए रुकिए।] आज हम जो समस्याएँ और गड़बड़ी देखते हैं, उनके बारे में बाइबल में पहले से ही बताया गया था। और यह भी बताया था कि इनका अंजाम क्या होगा।”—2 तीमु. 3:1, 2, 5; नीति. 2:21, 22.
“आज बीमारियों को दूर करने की काफी कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि परमेश्वर ने वादा किया है कि वह सभी बीमारियों को हमेशा-हमेशा के लिए मिटा देगा?”—यशा. 33:24; प्रका. 21:3, 4.
“क्या आप जानते हैं कि बाइबल भविष्यवाणी करती है कि आगे चलकर सारी दुनिया पर सिर्फ एक ही सरकार का शासन होगा?”—दानि. 2:44; मत्ती 6:9, 10.
“आपके खयाल से अगर यीशु मसीह इस दुनिया पर राज करेगा तो यह दुनिया कैसी होगी?”—भज. 72:7, 8.
एक हिंदू से: “आपको अपना धर्म बहुत प्यारा होगा। लेकिन आप इस बात से इनकार नहीं करेंगे कि हम दोनों शांति से रहना चाहते हैं। क्या आपको लगता है कि धरती पर शांति है? [जवाब के लिए रुकिए।] अगर दुष्टता का अंत किया जाए, तो शांति ज़रूर होगी। देखिए इस पवित्र शास्त्र में क्या वादा किया गया है।”—भज. 46:9; 72:7, 8.
“आज ज़्यादातर लोग समस्याओं के बारे में सुन-सुनकर तंग आ चुके हैं। अब वे जानना चाहते हैं कि ये समस्याएँ दूर कैसे होंगी? लेकिन, हमारी समस्याओं का असली हल हमें कहाँ मिलेगा?”—2 तीमु. 3:16, 17.
एक मुसलमान से: “आप इस बात को तो ज़रूर मानेंगे कि हम किसी भी तबके के क्यों न हों, हम सभी दुनिया में एक ही किस्म की तकलीफों से गुज़रते हैं। क्या आपको यकीन है कि आज के ज़माने के लोग जिन बड़ी-बड़ी मुसीबतों का सामना कर रहे हैं, क्या वह कभी पूरी तरह दूर हो सकेंगी? इन मुसीबतों का हल इब्राहीम की नस्ल के ज़रिए होगा।”—उत्प. 22:18.
“आज समाज में आदमी और औरत के बीच में या किसी धर्म या जाति को लेकर भेदभाव किया जाता है, जिसकी वजह से कई लोगों को दुःख उठाना पड़ता है। आपके विचार से खुदा ऐसे भेद-भाव के बारे में क्या महसूस करता होगा?”—प्रेरि. 10:34, 35.
बातचीत की शुरूआत
नीचे दिए गए सवाल, रीज़निंग किताब से इकट्ठे किए गए हैं। इनके जवाब, किताब में जिस पेज पर हैं, उसकी संख्या भी साथ में दी गयी है:
हम क्यों बूढ़े होकर मर जाते हैं? (98)
मरे हुए लोग किस हाल में हैं? (100)
क्या परमेश्वर पर विश्वास करने के कुछ ठोस कारण हैं? (145)
क्या परमेश्वर को इसकी परवाह है कि हम इंसानों के साथ क्या हो रहा है? (147)
क्या परमेश्वर का सचमुच एक व्यक्तित्व है? (147)
क्या सभी अच्छे लोग स्वर्ग जाते हैं? (162)
क्या एक इंसान को सच्चा सुख पाने के लिए स्वर्ग जाना पड़ेगा? (163)
परमेश्वर का नाम जानना और यह नाम लेना क्यों ज़रूरी है? (196)
क्या यीशु मसीह सचमुच परमेश्वर है? (212)
परमेश्वर का राज्य क्या करेगा? (227)
इंसान की ज़िंदगी का मकसद क्या है? (243)
शादी-शुदा ज़िंदगी को खुशहाल बनाने में कैसे मदद मिल सकती है? (253)
क्या परमेश्वर सभी धर्मों को स्वीकार करता है? (322)
एक व्यक्ति कैसे पता लगा सकता है कि कौन-सा धर्म सच्चा है? (328)
आज की दुनिया में शैतान का कैसा ज़बरदस्त असर है? (364)
परमेश्वर, दुःख को क्यों रहने देता है? (393)
संसार में इतनी दुष्टता क्यों है? (427)
इस दुनिया पर कौन राज कर रहा है—परमेश्वर या शैतान? (436)
माँग ब्रोशर पेश करने के सुझाव
“आप इस बात से तो सहमत होंगे कि बहुत-से लोग परमेश्वर पर विश्वास करते हैं। जो परमेश्वर को मानते हैं, वे यह भी मानते हैं कि परमेश्वर हम सब से कुछ-न-कुछ माँग करता है। लेकिन, परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है, इस बात पर वे एक-दूसरे से सहमत नहीं होते।” इसके बाद, माँग ब्रोशर पेश कीजिए और पाठ 1 खोलकर इस पर चर्चा कीजिए।
“आज पारिवारिक जीवन में इतनी समस्याओं के होते हुए, क्या आपने कभी सोचा है कि परिवार को सुखी बनाने का रहस्य क्या है?” जवाब सुनने के बाद, समझाइए कि परमेश्वर ने बाइबल में पारिवारिक सुख का असली रहस्य बताया है। यशायाह 48:17 पढ़िए। फिर माँग ब्रोशर का पाठ 8 खोलिए और इसमें बाइबल की कुछ आयतों के हवाले दिखाकर बताइए कि परिवार के हर सदस्य के लिए इनमें भरोसेमंद सलाह दी गयी है। फिर पाठ के शुरू में दिए गए सवाल पढ़िए। और पूछिए कि क्या वह जवाब पढ़ना चाहेगा।
“इस ब्रोशर में बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं का ज्ञान देनेवाला पूरा कोर्स है। हर पेज पर, आप ऐसे सवालों के जवाब पाएँगे जिन्होंने सदियों से लोगों को परेशान कर रखा है। उनमें एक सवाल है, पृथ्वी के लिए परमेश्वर का उद्देश्य क्या है?” पाठ 5 खोलिए और शुरू में दिए सवाल पढ़िए। घर-मालिक से पूछिए कि उसे किस सवाल का जवाब पाने में दिलचस्पी है और फिर उस सवाल के लिए दिया गया पैराग्राफ और उपयुक्त शास्त्रवचन पढ़िए। बताइए कि दूसरे सवालों के संतोषजनक जवाब इसी तरह आसानी से जाने जा सकते हैं। दोबारा आकर एक और सवाल पर चर्चा करने की पेशकश कीजिए।
“आपकी राय में, आजकल स्कूलों में बढ़ती हिंसा की वजह क्या हो सकती है? क्या माता-पिता बच्चों को ठीक ढंग से ट्रेनिंग नहीं देते? या क्या इसकी वजह कुछ और हो सकती है, जैसे कि शैतान का असर?” जवाब के लिए रुकिए। अगर वह व्यक्ति कहता है कि इसकी वजह शैतान का असर है, तो प्रकाशितवाक्य 12:9, 12 पढ़िए और बताइए कि शैतान ने किस कदर इस दुनिया में गड़बड़ी फैला रखी है। फिर माँग ब्रोशर का अध्याय 4 खोलकर उस व्यक्ति से पूछिए कि क्या उसके मन में कभी यह सवाल उठा कि शैतान कहाँ से आया। इसके बाद पहले दो पैराग्राफ पढ़िए और उन पर चर्चा कीजिए। लेकिन अगर वह व्यक्ति कहता है कि स्कूलों में मार-धाड़ की वजह यह है कि “माता-पिता बच्चों को ठीक ढंग से ट्रेनिंग नहीं देते,” तो आप 2 तीमुथियुस 3:1-3 पढ़िए और उन अवगुणों पर ध्यान दिलाइए जिनकी वजह से यह समस्या बढ़ती जा रही है। इसके बाद, माँग ब्रोशर का अध्याय 8 खोलकर पैराग्राफ 5 पढ़िए और बातचीत जारी रखिए।
“आपकी राय में क्या यह उम्मीद करना ठीक होगा कि हमारा बनानेवाला हमें सिखाएगा कि परिवार में सुख कैसे हासिल करें?” जवाब के बाद, माँग ब्रोशर दिखाइए। पाठ 8 खोलिए और समझाइए कि इसमें परिवार के हर सदस्य के लिए बाइबल के कुछ सिद्धांत दिए गए हैं। ब्रोशर से पूरा-पूरा फायदा पाने के लिए इसे बाइबल के साथ कैसे पढ़ना चाहिए, इसका प्रदर्शन दिखाने की पेशकश रखिए।
“आज हम जिन चुनौतियों का सामना करते हैं, उनके होते हुए क्या आपको लगता है कि प्रार्थना करने से हमें सचमुच मदद मिलेगी? [जवाब के लिए रुकिए।] बहुत-से लोग महसूस करते हैं कि प्रार्थना करके उन्हें आंतरिक शक्ति मिलती है। [फिलिप्पियों 4:6, 7 पढ़िए।] लेकिन कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि उनकी प्रार्थनाएँ सुनी नहीं जातीं। [माँग ब्रोशर का पाठ 7 खोलिए।] यह ब्रोशर समझाता है कि किस तरीके से प्रार्थना करने से हमें सबसे ज़्यादा लाभ हो सकता है।”
“हम अपने पड़ोसियों से इस बारे में बात कर रहे हैं कि दुनिया में ईसाईधर्म में इतने सारे अलग-अलग पंथ क्यों हैं, जबकि बाइबल एक ही है। आपकी राय में, इतनी गड़बड़ी क्यों है? [जवाब के लिए रुकिए। माँग ब्रोशर का पाठ 13 खोलिए और शुरू में दिए गए सवाल पढ़िए।] यह पाठ पढ़कर आपको इन सवालों के संतोषजनक जवाब मिलेंगे।”
एक व्यक्ति को प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ देने के बाद, उससे कहिए कि आप उसे एक ब्रोशर से छोटा-सा पैराग्राफ पढ़कर सुनाना चाहते हैं। अगर वह हामी भरे तो माँग ब्रोशर का पाठ 5 खोलिए। पाठ के शुरू में दिए सवाल दिखाइए और उससे कहिए कि जब आप पहला पैराग्राफ उसे पढ़कर सुनाएँगे तो वह उस भाग से पहले सवाल का जवाब जानने की कोशिश करे। पैराग्राफ पढ़ने के बाद, सवाल पूछिए और उसका जवाब सुनिए। उसे ब्रोशर पेश कीजिए और स्वीकार किए जाने पर, उससे अगले दो सवालों के जवाब पर चर्चा करने के लिए दोबारा मिलने का इंतज़ाम कीजिए।
ज्ञान किताब को पेश करने के सुझाव
बाइबल हाथ में लेकर, यूँ बात शुरू कीजिए: “आज हम आपके इलाके में सब लोगों को एक वचन पढ़कर सुना रहे हैं। यह कहता है . . .” यूहन्ना 17:3 पढ़िए और फिर पूछिए: “क्या आपने गौर किया कि सही किस्म का ज्ञान लेने से हमें क्या मिलने का वादा किया गया है? [जवाब के लिए रुकिए।] एक इंसान ऐसा ज्ञान कहाँ से हासिल कर सकता है?” जवाब सुनने के बाद, ज्ञान किताब दिखाइए और कहिए: “यह किताब एक ऐसे किस्म के ज्ञान के बारे में बताती है जिससे अनंत जीवन मिल सकता है। वह कैसे? यह किताब बाइबल से जुड़े ऐसे सवालों का जवाब देती है जो आम तौर पर लोग पूछते हैं।” विषय-सूची दिखाइए और व्यक्ति से पूछिए कि क्या इन विषयों के बारे में उसके मन में कभी सवाल उठे हैं।
“क्या आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि आज हम जो अन्याय और दुःख अपने चारों तरफ देखते हैं या खुद इससे गुज़रते हैं, परमेश्वर इसके बारे में सचमुच परवाह करता है या नहीं? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल हमें यकीन दिलाती है कि परमेश्वर हमसे प्यार करता है और मुसीबत के वक्त वह हमारी मदद करेगा।” भजन 72:12-17 के कुछ भाग पढ़िए। ज्ञान किताब का अध्याय 8 खोलिए और दिखाइए कि इसमें एक ऐसे सवाल का जवाब दिया गया है जो लाखों लोग पूछते हैं और उस जवाब से सचमुच दिलासा मिलता है। यह सवाल है: परमेश्वर दुःख को अनुमति क्यों देता है? अगर मुमकिन हो, तो पैराग्राफ 3 से 5 में बाइबल से दी गयी जानकारी पर चर्चा कीजिए या उस व्यक्ति से दोबारा मिलने पर ऐसा कीजिए।
“हममें से ज़्यादातर लोगों ने मौत के हाथों अपने किसी अज़ीज़ को खो दिया है। क्या आपने कभी सोचा है कि हम उनसे दोबारा मिल पाएँगे या नहीं? [जवाब के लिए रुकिए।] यीशु ने इस बात का सबूत दिया कि हमारे अज़ीज़ मौत के शिकंजे से छुड़ाए जा सकते हैं। [यूहन्ना 11:11, 25, 44 पढ़िए।] हालाँकि यह सदियों पहले हुआ था, मगर इससे पता चलता है कि परमेश्वर ने हमारे लिए क्या करने का वादा किया है।” ज्ञान किताब के पेज 85 पर दी गयी तसवीर दिखाइए और उसका शीर्षक पढ़िए। उसके बाद पेज 86 की तसवीर दिखाइए और उस पर टिप्पणी कीजिए। अगली मुलाकात की बुनियाद डालने के लिए यह सवाल पूछिए: “क्या आप जानना चाहेंगे कि हम क्यों बूढ़े होकर मर जाते हैं?” उससे दोबारा मिलकर अध्याय 6 पर चर्चा कीजिए।
“क्या आपने कभी सोचा है कि मनुष्य क्यों ज़्यादा समय तक जीने की लालसा करते हैं?” जवाब के बाद, ज्ञान किताब का अध्याय 6 खोलिए और पैराग्राफ 3 पढ़िए। उसमें दिए गए शास्त्रवचनों के हवाले पढ़कर तर्क कीजिए। पैराग्राफ के आखिर में दिए गए दो सवाल दिखाते हुए, घर-मालिक से पूछिए कि क्या वह इनका जवाब जानना चाहेगा। अगर वह ‘हाँ’ कहता है तो अगले चंद पैराग्राफों पर चर्चा जारी रखिए।
“हम लोगों से पूछ रहे हैं कि क्या वे इस बात पर विश्वास करते हैं . . ।” उत्पत्ति 1:1 पढ़िए और फिर पूछिए: “क्या आप इस बात से सहमत हैं?” अगर व्यक्ति ‘हाँ’ कहता है तो आप कहिए: “मैं भी सहमत हूँ। लेकिन, आपको क्या लगता है, अगर परमेश्वर ने ही सब कुछ बनाया है तो क्या दुनिया में हो रही बुराई के लिए भी वही ज़िम्मेदार है?” जवाब के लिए धन्यवाद कहने के बाद सभोपदेशक 7:29 पढ़िए। फिर ज्ञान किताब का अध्याय 8 खोलकर पैराग्राफ 2 पढ़िए। अगर वह उत्पत्ति 1:1 में लिखी बात से सहमत नहीं होता, तो आप उसे सृष्टिकर्ता के वजूद का सबूत जाँचने के लिए उकसाइए।—रीज़निंग किताब के पेज 84-6 देखिए।
“आजकल दुनिया के आदर्श तेज़ी से गिरते जा रहे हैं। ऐसे में क्या आपको नहीं लगता कि हमें एक भरोसेमंद मार्गदर्शक की ज़रूरत है? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल सबसे पुरानी किताब है, फिर भी यह ज़िंदगी की समस्याओं से निपटने और परिवार को सुखी बनाने के संबंध में बेहतरीन सलाह देती है।” इसके बाद ज्ञान किताब का अध्याय 2 खोलिए। दसवाँ पैराग्राफ पूरा और ग्यारहवें पैराग्राफ का पहला वाक्य पढ़िए, साथ ही 2 तीमुथियुस 3:16, 17 भी पढ़िए।
“क्या आप जानना चाहेंगे कि हमारा और पृथ्वी का भविष्य कैसा होगा? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल उस भविष्य का एक ही शब्द में सार देती है—फिरदौस! परमेश्वर ने पहले मानव जोड़े की सृष्टि करके उन्हें फिरदौस में ही रखा था। वह फिरदौस कैसा था इसके बारे में देखिए यहाँ क्या लिखा है।” ज्ञान किताब का पेज 8 खोलिए और “परादीस में जीवन” उपशीर्षक के नीचे पैराग्राफ 9 पढ़िए। उसके बाद पैराग्राफ 10 के मुद्दों पर चर्चा कीजिए और शास्त्रवचन का हवाला, यशायाह 55:10, 11 पढ़िए। जब फिरदौस दोबारा बसाया जाएगा तो उसमें जीवन कैसा होगा, इस पर चर्चा जारी रखने और पैराग्राफ 11-16 की चर्चा करने की पेशकश कीजिए।
आपने जिनको प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ दी हैं, उनसे दोबारा भेंट करते वक्त आप कुछ ऐसा कह सकते हैं:
“पिछली बार जब मैं आया था, तो मैंने आपको प्रहरीदुर्ग पत्रिका की एक कॉपी दी थी। शायद आपने ध्यान दिया होगा कि इस पत्रिका का पूरा नाम है प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है। आज मैं बताना चाहता हूँ कि यह राज्य क्या है और यह आपके लिए और आपके परिवार के लिए क्या करेगा।” इसके बाद माँग ब्रोशर का पाठ 6 खोलिए और घर-मालिक के पास जितने पैराग्राफ पढ़ने और चर्चा करने का समय है, उतना ही समय लीजिए।
“मैंने हाल ही में आपसे भेंट करके आपको प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ दी थीं। ये पत्रिकाएँ हमें समझने में मदद देती हैं कि बाइबल और इसमें अच्छे-बुरे के बारे में दी गयी सलाह हमारे लिए कितनी फायदेमंद है। मैं समझता हूँ कि परमेश्वर के वचन को जानना सभी के लिए बेहद ज़रूरी है, ऐसा करने में आपकी मदद के लिए मैं आज आपको कुछ दिखाने आया हूँ।” माँग ब्रोशर या ज्ञान किताब दिखाइए और बाइबल अध्ययन की पेशकश कीजिए।
कोई भी पुरानी 192-पेज की किताब पेश करते वक्त, आप कुछ ऐसा कह सकते हैं:
“आज अच्छी किस्म की शिक्षा पर बहुत ज़ोर दिया जाता है। आपकी राय में, ज़िंदगी में ज़्यादा-से-ज़्यादा खुशी और कामयाबी पाने के लिए एक इंसान को किस तरह की शिक्षा लेनी चाहिए? [जवाब के लिए रुकिए। फिर नीतिवचन 9:10, 11 पढ़िए।] यह किताब [आप जो किताब पेश कर रहे हैं उसका शीर्षक बताइए] बाइबल पर आधारित है। यह बताती है कि सिर्फ बाइबल ही ऐसा ज्ञान देती है जिससे अनंत जीवन मिल सकता है।” इसकी एक स्पष्ट मिसाल किताब से दिखाइए और उस व्यक्ति को इसे पढ़ने के लिए उकसाइए।
दूसरे प्रकाशन
दूसरी किताबों और ब्रोशरों को कैसे पेश किया जाए, इसके सुझाव आपको वॉच टावर पब्लिकेशन्स इंडेक्स में इन शीर्षकों के नीचे मिलेंगे:
Presentations (गवाही देने के तरीके)
साहित्य के मुताबिक सूची
सीधी पेशकश
बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए, ये सीधी पेशकश आज़माइए:
“क्या आपको पता है कि कुछ ही मिनटों में आप बाइबल के एक महत्त्वपूर्ण सवाल का जवाब पा सकते हैं? जैसे कि . . .” फिर, एक ऐसा सवाल पूछिए जो माँग ब्रोशर के किसी एक पाठ के शुरू में दिया है और जिसका जवाब जानने में उस व्यक्ति को दिलचस्पी हो सकती है।
“मैं आपको दिखाना चाहता हूँ कि हम किस तरह लोगों को बाइबल सिखाते हैं। यह बस पाँच मिनट का काम है। क्या आप पाँच मिनट दे सकते हैं?” अगर जवाब ‘हाँ’ है, तो माँग ब्रोशर के पहले पाठ से दिखाइए कि अध्ययन कैसे किया जाता है और अध्ययन के दौरान पाठ से एक-दो चुनिंदा वचन पढ़िए। इसके बाद पूछिए: “अगले पाठ का अध्ययन करने के लिए आप 15 मिनट कब दे सकेंगे?”
“बाइबल तो कई लोगों के पास है, लेकिन वे यह नहीं जानते कि इसमें हमारे भविष्य को लेकर उन अहम सवालों के जवाब पाए जाते हैं जिनके बारे में लोग अकसर सोचते हैं। अगर आप हफ्ते में एकाध घंटे का समय निकालें तो इस प्रकाशन [माँग ब्रोशर या ज्ञान किताब] के ज़रिए आप कुछ ही महीनों में बाइबल की बुनियादी समझ हासिल कर लेंगे। यह दिखाने में मुझे खुशी होगी कि हम अध्ययन कैसे करते हैं।”
“मैं लोगों से मिलकर उन्हें घर पर मुफ्त में बाइबल सिखाने की पेशकश कर रहा हूँ। अगर इजाज़त हो तो मैं आपको भी कुछ मिनटों में दिखाना चाहूँगा कि कैसे लगभग 200 देशों में लोग अपने परिवार के साथ बाइबल पर चर्चा करते हैं। हम इन विषयों में से किसी एक को लेकर चर्चा कर सकते हैं। [ज्ञान किताब से विषय-सूची दिखाइए।] आपको किस विषय में खास दिलचस्पी है?” व्यक्ति को चुनने का वक्त दीजिए। वह जो अध्याय चुनता है, उसे खोलकर पहले पैराग्राफ से अध्ययन शुरू कीजिए।
“मैं मुफ्त में बाइबल सिखाता हूँ और मेरे पास और भी कुछ लोगों को सिखाने का वक्त है। अध्ययन के लिए हम यह किताब इस्तेमाल करते हैं। [ज्ञान किताब दिखाइए।] यह कोर्स केवल कुछ महीनों तक चलता है और इसकी मदद से हम इन सवालों के जवाब पाते हैं जैसे: परमेश्वर ने दुःख क्यों रहने दिया है? हम क्यों बूढ़े होकर मर जाते हैं? हमारे अपने जब मर जाते हैं तो उनका क्या होता है? हम परमेश्वर के करीब कैसे आ सकते हैं? मैं आपको एक पाठ से दिखाना चाहूँगा कि यह अध्ययन कैसे किया जाता है।”
अगर आपके पास गवाही देने का कोई असरदार तरीका है जिससे आपको दिलचस्पी बढ़ाने में कामयाबी मिलती है तो बेझिझक उसे इस्तेमाल करना जारी रखिए! लेकिन हाँ, महीने की साहित्य पेशकश को ध्यान में रखते हुए उसमें थोड़ी फेर-बदल ज़रूर कीजिए।