10 जिस दिन तुम होरेब में अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खड़े हुए उस दिन यहोवा ने मुझसे कहा था, ‘सब लोगों को मेरे सामने इकट्ठा कर ताकि मैं उन्हें अपनी आज्ञाएँ सुनाऊँ+ जिससे वे सारी ज़िंदगी मेरा डर मानना सीखें+ और अपने बेटों को भी सिखाएँ।’+
25 और एक-दूसरे के साथ इकट्ठा होना* न छोड़ें,+ जैसा कुछ लोगों का दस्तूर है बल्कि एक-दूसरे की हिम्मत बँधाएँ।+ और जैसे-जैसे तुम उस दिन को नज़दीक आता देखो, यह और भी ज़्यादा किया करो।+