6 मैंने दर्शन में आगे देखा कि एक और जानवर निकला जो चीते जैसा था!+ मगर उसकी पीठ पर पक्षियों जैसे चार पंख थे। उस जानवर के चार सिर थे+ और उसे राज करने का अधिकार दिया गया।
5 फिर मैंने देखा कि पश्चिम से एक बकरा+ आ रहा है जो पूरी धरती पर इतनी तेज़ी से गुज़र रहा था कि उसके पैर ज़मीन को नहीं छू रहे थे! उस बकरे की आँखों के बीच एक सींग था जो देखनेलायक था।+