विषय-सूची
15 जनवरी, 2011
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
28 फरवरी, 2011–6 मार्च, 2011
पेज 3
7-13 मार्च, 2011
शादी परमेश्वर का तोहफा है, इसकी कदर कीजिए
पेज 13
14-20 मार्च, 2011
अविवाहित हालात का पूरा-पूरा फायदा उठाइए
पेज 17
21-27 मार्च, 2011
प्रलोभन और निराशा का सामना करने के लिए ताकत से भरपूर
पेज 22
28 मार्च, 2011–3 अप्रैल, 2011
हर परीक्षा पार करने के लिए ताकत से भरपूर
पेज 26
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1 पेज 3-7
इस मुश्किल भरे दौर में हम कहाँ शरण पा सकते हैं? परमेश्वर का वचन बताता है कि हम यहोवा के नाम में शरण पा सकते हैं। यह लेख बताता है कि हम कैसे आज और ‘यहोवा के भयानक दिन’ में भी सुरक्षा पा सकते हैं। यह लेख 2011 के सालाना वचन पर रौशनी डालता है।
अध्ययन लेख 2, 3 पेज 13-21
शादी और कुँवारापन दोनों ही यहोवा की तरफ से तोहफे हैं और दोनों की अपनी आशीषें हैं। इन लेखों में चर्चा की जाएगी कि चाहे हम विवाहित हों या अविवाहित, हमें क्यों इन तोहफों की कदर करनी चाहिए और हम कैसे अपनी कदर ज़ाहिर कर सकते हैं।
अध्ययन लेख 4, 5 पेज 22-30
अपने समर्पण को पूरा करने के लिए हमें यहोवा की मदद की ज़रूरत है। इन लेखों से हम यह जान सकेंगे कि पवित्र शक्ति कैसे हमें प्रलोभन, निराशा, अत्याचार, साथियों के बुरे दबाव और विपत्तियों का सामना करने की ताकत देती है।
ये लेख भी हैं:
9 परीक्षाओं में भी मैं यहोवा की सेवा खुशी-खुशी कर सकी
31 सोचिए कि यहोवा ने आपके लिए क्या-क्या किया है
[पेज 2 पर चित्र का श्रेय]
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