शुरूआत
क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है?
क्या यह परमेश्वर की मरज़ी थी कि इंसान कुछ साल जीए और फिर मर जाए? पवित्र शास्त्र में लिखा है, “[परमेश्वर] उनकी आँखों से हर आँसू पोंछ देगा और न मौत रहेगी, न मातम, न रोना-बिलखना, न ही दर्द रहेगा।”—प्रकाशितवाक्य 21:4.
ज़िंदगी और मौत के बारे में पवित्र शास्त्र में क्या बताया गया है? प्रहरीदुर्ग के इस अंक से जानिए।