शुरूआत
क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है?
क्या कभी ऐसा वक्त आ सकता है, जब
‘परमेश्वर सबकी आँखों से हर आँसू पोंछ देगा और मौत न रहेगी’?—प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.
प्रहरीदुर्ग के इस अंक में समझाया गया है कि परमेश्वर कैसे अपने इस वादे को पूरा करेगा और इससे हमें कौन-सी आशीषें मिलेंगी।