मार्च के लिए अपना प्रस्तुतीकरण तैयार करें
इस महीने में, हम कोई दो पुरानी १९२-पृष्ठ की किताबें विशेष तौर से पेश कर रहे हैं। विभिन्न तरीक़ों से सुसमाचार पेश करने के लिए इन बढ़िया प्रकाशनों में से किसी भी प्रकाशन को इस्तेमाल किया जा सकता है। बेशक आप पाएँगे कि सुझायी गयी प्रस्तुतीकरणों में से एक या सभी को सीखकर उसका प्रयोग करना व्यावहारिक है।
२ पृथ्वी—मनुष्यों का स्थायी घर: अगर आप ऐसे लोगों के साथ बातचीत शुरू करना चाहते हैं जो इस पृथ्वी और इसके पर्यावरण के बारे में परवाह करते हैं, तो इस विषय को आज़माइए: “यह पृथ्वी मनुष्यजाति के घर के तौर से सदा बनी रहेगी।” यह विषय को इस हद तक मुड़ा दिया जा सकता है कि यह परिवाराभिमुख व्यक्ति, प्रकृति के प्रेमी और पर्यावरणवादियों का ध्यान आकर्षित करे। इस्तेमाल किया जानेवाला शास्त्रपद सभोपदेशक १:४ है। इस विषय और शास्त्रपद को ट्रूथ किताब के पृष्ठ १०१, परिच्छेद १३ और १४ में समझाया गया है।
३ अपना परिचय देने के बाद, आप कह सकते हैं:
◼“मैं थोड़े वक़्त के लिए आपसे मुलाक़ात कर रहा हूँ, एक ऐसे विषय पर विचार-विमर्श करने जो हम में से कई लोगों के लिए गहरी चिन्ता की बात है। यह पृथ्वी हमारा घर है, और बेशक आप भी इस बात से चिन्तित हैं कि यह किस तरह तबाह की जा रही है। वैज्ञानिक और पर्यावरणवादी चेतावनी देते रहते हैं कि अगर यह प्रदूषण चलता रहा, तो पृथ्वी न बसने योग्य बन सकती है। क्या आपको इस समस्या का कोई हल नज़र आता है? [यदि गृहस्थ चाहे, तो उसे टिप्पणी करने के लिए थोड़ा रुकें।] संक्षिप्त में, मैं आपको दिखाना चाहता हूँ कि बाइबल सभोपदेशक १:४ में पृथ्वी के भविष्य के बारे में क्या कहती है।” शास्त्रपद को पढ़ें, और ट्रूथ किताब के पृष्ठ १०१ पर परिच्छेद १३ और १४ में दी गयी टिप्पणी दिखाएँ।
४ बुराई को हटा दिया जानेवाला है: अपराध, हिंसा, और युद्ध से चिन्तित लोगों को आकर्षित करने के लिए आप शायद उन के साथ इस विषय पर चर्चा कर सकते हैं, “बुराई को हटा दिया जानेवाला है ताकि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, जीवन और शान्ति का आनन्द उठा सकेंगे।” भजन ३७:९-११ में इस बात पर विशेष बल दिया गया है, और गुड़ न्यूज़ किताब, पृष्ठ १०६, परिच्छेद २ और ३ में दिखाया गया है कि मामलों से निपटने के लिए परमेश्वर का सहनशील तरीक़ा ही व्यावहारिक बुद्धि है।
५ एक साधारण प्रस्तावना देने के बाद, आप कह सकते हैं:
◼“क्या आपको लगता है कि ऐसा समय कभी आएगा जब हमें अपराध और हिंसा से निपटना नहीं पड़ेगा? [गृहस्थ के जवाब के लिए समय दें।] यहाँ भजन ३७:९-११ में बाइबल एक स्थायी हल की ओर संकेत करती है।” इस शास्त्रपद को पढ़ें और गुड़ न्यूज़ किताब का पृष्ठ १०६ खोलें ताकि परिच्छेद २ और ३ से चुने हुए हिस्से पढ़ सकें।
६ पुनरुत्थान की आशा: चूँकि किसी न किसी वक़्त हर किसी ने अपने किसी प्रिय व्यक्ति को मौत में खो दिया है, इस विषय पर बातचीत शुरू करना सान्त्वनादायक हो सकता है, “परादीस की अवस्था में राज्य की हुक़ूमत मृत प्रिय जनों को फिर से ज़िन्दा करेगी।” आप या तो यूहन्ना ५:२८, २९ को या फिर लूका २३:४३ को इस्तेमाल कर सकते हैं और गुड़ न्यूज़ किताब के पृष्ठ १८६, परिच्छेद ८ और पृष्ठ १५१, परिच्छेद १ में इस विषय और शास्त्रपद पर पायी जानेवाली टिप्पणी दिखा सकते हैं। (इज़ दिस लाइफ़ किताब, पृष्ठ १६७)।
७ आप “रीज़निंग” किताब के पृष्ठ १४ पर दी गयी तीसरी प्रस्तावना का प्रयोग करते हुए अपनी बातचीत को शुरू कर सकते हैं, और फिर कह सकते हैं:
◼“समय समय पर हम में से अधिकांश लोग उन प्रिय जनों के बारे में सोचते हैं, जिन्हें हम ने मौत में खो दिया है। पर क्या आपको लगता है कि हम उन्हें फिर से देख सकेंगे? [गृहस्थ को अपने विचार व्यक्त करने का मौक़ा दें।] हम जिन से बातचीत करते हैं, उन में से अनेक लोगों को यह जानकर ताज्जुब होता है कि परमेश्वर के वचन में किन बातों का वादा किया गया है और कि यह सम्भावना यहीं पृथ्वी पर पूरा की जाएगी। . . . में बाइबल के वादे पर ग़ौर कीजिए।” या तो यूहन्ना ५:२८, २९ या लूका २३:४३ को इस्तेमाल करें और इस से गुड़ न्यूज़ किताब के पृष्ठ १८६ पर या पृष्ठ १५१ के परिच्छेद १ में दी गयी टिप्पणी को जोड़ दें।
८ इस महीने इन में से एक या सभी प्रस्तुतीकरणों का उपयोग करें। आप जो भी प्रकाशन का उपयोग करेंगे, उस में उचित उद्धरण और चित्र ढूँढ़ निकालना मुश्किल नहीं होना चाहिए। अगर थोड़ी दिलचस्पी दिखायी गयी हो, तो एक ऐसा ट्रैक्ट पेश करें जो किसी सम्बद्ध विषय के बारे में है।