घोषणाएँ
▪साहित्य भेंट: दिसम्बर: वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा ४० रुपए के चंदे में। जहाँ यह उपलब्ध नहीं है, वहाँ माई बुक ऑफ बाइबल स्टोरीज़ या आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं पुस्तक ४० रुपए में प्रस्तुत कर सकते हैं (सर्वदा जीवित रहना पुस्तक का लघु संस्करण २० रुपए का है)। जनवरी: क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है? ब्रोशर ४ रुपए के चंदे में। जहाँ यह उपलब्ध नहीं है, वहाँ १९२-पृष्ठ की पुरानी पुस्तकों की विशेष प्रस्तुति, प्रत्येक पुस्तक ६ रुपए के चंदे में, की जा सकती है। इस श्रेणी में निम्नलिखित पुस्तकें हमारे पास उपलब्ध हैं: अंग्रेज़ी: डिड मैन गैट हियर बाइ इवोल्यूशन ऑर बाइ क्रिएशन? और क्या यही जीवन सब कुछ है? गुजराती: आपके लिए आनन्द का सुसमाचार, “तेरा राज्य आए” और सत्य जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है; हिन्दी: आपके लिए आनन्द का सुसमाचार और “तेरा राज्य आए;” कन्नड़: आपके लिए आनन्द का सुसमाचार, “तेरा राज्य आए” और “थिंग्स् इन विच इट इज़ इम्पौसिबल फॉर गॉड टू लाइ;” मराठी: “तेरा राज्य आए,” और लिसनिंग टू द ग्रेट टीचर; तमिल: क्या यही जीवन सब कुछ है? और “तेरा राज्य आए;” तेलगू: क्या यही जीवन सब कुछ है? और मेकिंग यौर फैमिलि लाइफ हैप्पी। हमारी समस्याएँ ब्रोशर बंगला या नेपाली जानने वाले व्यक्तियों को और “देख!” ब्रोशर पंजाबी जाननेवालों को पेश किया जा सकता है। मलयालम में यौर यूथ—गेटिंग द बेस्ट आऊट ऑफ इट! पुस्तक १२ रुपए के चंदे में पेश की जा सकती है। कृपया नोट कीजिए कि इस पुस्तक को विशेष मूल्य पर पेश नहीं करना है। फरवरी: आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं। बड़ा संस्करण ४० रुपए में और छोटा संस्करण २० रुपए के चंदे में। मार्च: क्वेस्चन्स यंग पीपल आस्क—आन्सर्स् दैट वर्क (जो अंग्रेज़ी, मलयालम और तमिल में उपलब्ध है) २० रुपए के चंदे में। जहाँ यह उपलब्ध नहीं है, वहाँ आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं पुस्तक ४० रुपए के चंदे में प्रस्तुत की जा सकती है (लघु संस्करण २० रुपए है)। इसके अतिरिक्त १९२-पृष्ठ की पुस्तकों की विशेष प्रस्तुति हर पुस्तक ६ रुपए के हिसाब से की जा सकती है।
सूचना: जिन कलीसियाओं ने अभी तक उपरोक्त अभियान वस्तुओं का कोई ऑर्डर नहीं किया है, उन्हें अपने अगले लिट्रेचर ऑर्डर फॉर्म (S-14) पर ऐसा करना चाहिए।
▪ प्रिसाइडिंग ओवरसियर या उसके द्वारा नियुक्त किसी व्यक्ति को कलीसिया के हिसाब-किताब की परीक्षा दिसम्बर १ या उसके बाद जितनी जल्दी संभव हो सके करनी चाहिए। जब यह हो जाए तब इसकी घोषणा कलीसिया को कीजिए।
▪ १९९५ का स्मारक दिन शुक्रवार, अप्रैल १४ के दिन सूर्यास्त के बाद होगा। उन्नीस सौ पंचानवे के स्मारक समारोह की यह अग्रिम सूचना दी जा रही है ताकि यदि भाइयों को ऐसी सहूलियतों की आवश्यकता हो तो वे उपलब्ध सभा-भवनों के आवश्यक आरक्षण कर सकें।
▪ हमें भेजे जानेवाले सभी पैसों को लोनावला में देय प्रापक खाता डिमांड ड्राफ्ट (A/c Payee Demand Draft) द्वारा भेजा जाना चाहिए। बैंक जो ऐसे ड्राफ्ट का प्रबंध कर सकते हैं वे हैं: द स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौडा, विजया बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, या सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया (खंडाला शाखा)।
▪ हमसे पत्र व्यवहार करते वक़्त, हम इस बात की क़दर करेंगे यदि आप चौपेजी (quarto) क़ाग़ज़ (८.५” x ११”) या A4 माप के क़ाग़ज़ (८.२५” x ११.५”) का उपयोग करें। दूसरे शब्दों में, हम आपसे गुज़ारिश कर रहे हैं कि वॉच टावर संस्था के लेटर-हेड की माप या उससे संभवतः मिलता-जुलता माप का क़ाग़ज़ उपयोग करें। यह विभिन्न क़िस्म के माप के क़ाग़ज़ों पर लिखे पत्रों को फाइल करते वक़्त हमें होनेवाली समस्या को दूर करेगा।
▪ इसके अतिरिक्त, संस्था को डाक भेजते वक़्त कृपया मज़बूत लिफ़ाफों को इस्तेमाल कीजिए। कलीसियाएँ अकसर डाक, डिमांड ड्राफ्ट भी, बहुत ही पतले क़ाग़ज़ से बने लिफ़ाफों में भेजती हैं। इस तरह लोनावला पहुँचने तक वे बहुत ही बुरी स्थिति में होते हैं। कभी-कभी डाक-घर इतने कृपालु रहे हैं कि लिफ़ाफे को हमें भेजने से पहले उसमें की सारी वस्तुओं को एक धागे से बाँध देते हैं।
▪ आख़िर में, कृपया देखिए कि आपने पर्याप्त डाक-टिकटें लगाई हैं। हमें अकसर दुगुना डाक-शुल्क देना पड़ता है क्योंकि हमें अपर्याप्त डाक-टिकटों या बिना कोई डाक-टिकट लगे लिफ़ाफे मिलते हैं।
▪ द वॉचटावर और अवेक! पत्रिकाओं के १९९२ के जिल्दबंद खण्ड अब उपलब्ध हैं और इन्हें हम से आर्डर किया जा सकता है। इन खण्डों के लिए यदि कलीसियाएँ एक ‘स्थायी आर्डर’ देना चाहती हैं तो वे ऐसा कर सकती हैं। यह निश्चित करेगा कि वे खण्डों को प्रति वर्ष दुबारा आर्डर किए बिना प्राप्त करें।
▪ हम यह बताने में ख़ुश हैं कि शासी निकाय ने एग्ज़ॅमिनिंग द स्क्रिप्चर्स् डेलि—१९९४ इस पुस्तिका की छपाई हिन्दी, मराठी और नेपाली में करने की स्वीकृति दे दी है। यदि कलीसियाओं ने पहले ही आर्डर नहीं किया है तो, हम चाहते हैं कि वे सभी अपने आर्डर तुरंत भेज दें।
▪ पुनः उपलब्ध प्रकाशन:
अंग्रेज़ी: जिहोवाज़ विटनेसिस इन द ट्वेन्टिअथ सेन्चुरि; हिन्दी: ज़िन्दगी में इससे ज़्यादा और भी कुछ है।
▪ उपलब्ध नए प्रकाशन:
कोंकणी और नेपाली: क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?