यहोवा ने जो किया है उसे याद करना कितना लाभकारी है!
भजन ४८ के उत्प्रेरित लेखक ने इस्राएल वासियों से आग्रह किया कि ‘सिय्योन के चारों ओर चलो, और उसकी परिक्रमा करो, उसके गुम्मटों को गिन लो, उसके महलों को ध्यान से देखो; जिस से कि तुम आनेवाली पीढ़ी के लोगों से इस बात का वर्णन कर सको।’ यहोवा के लिए प्रेम द्वारा प्रेरित होकर, वे उस ईश्वरशासित शासन के पार्थिव केंद्र के हर विवरण में तीव्रता से दिलचस्पी रखते। यह विवरण कितने मूल्यवान होंगे क्योंकि यही वह नगर था जिसे यहोवा ने स्वयं अपना नाम दिया था! वे इसके बारे में बात करते, और विशेषकर उन्हें यह निश्चित करना था कि उनकी संतान उन सभी बातों के बारे में सुनें जिसे उन्होंने अपने हृदयों में संजोया था।—भज. ४८:१२, १३.
२ अब हम उस समय में जीते हैं जब यहोवा के मसीहा का ईश्वरशासित शासन पार्थिव सिय्योन में नहीं लेकिन स्वर्गीय यरूशलेम में केंद्रित है। (इब्रा. १२:२२) यीशु मसीह के हाथों में यहोवा का राज्य १९१४ से शासन कर रहा है। (प्रका. १२:१०) इसकी कार्यवाही हमारे लिए महत्तम दिलचस्पी की है। यहोवा ने पृथ्वी पर जिस तरीक़े से अपने सेवकों को मार्गदर्शित किया है ताकि वे उस राज्य के दृश्य प्रतिनिधियों के तौर पर उसकी इच्छा पूरी कर सकें उसमें भी हम उत्सुकतापूर्वक दिलचस्पी रखते हैं। इसके बारे में आकर्षक विवरण हमारी नयी किताब जिहोवाज़ विटनेसिस्—प्रोक्लेमर्स ऑफ गॉडस् किंगडम में दिए गए हैं। हमारे हाल ही के “ईश्वरीय शिक्षा” ज़िला अधिवेशन में इसे प्राप्त करने में हम कितने ख़ुश हुए!
३ सितम्बर १ तक, संसार-भर में यह किताब पहले ही २० भाषाओं में रिलीज़ की जा चुकी थी, और १३ अन्य भाषाएँ बोलने वालों की ज़रूरत को पूरा करने के लिए अनुवाद और प्रकाशन चल रहा था। यदि आपके परिवार को एक प्रति मिली है तो क्या आप उसे पढ़ रहे हैं? क्या आप उसमें से सीखी बातों के बारे में बात कर रहे हैं?
४ जैसे अधिवेशन में सुझाव दिया गया था, चित्रों को देखने और चित्र-परिचय शीर्षकों को पढ़ने के बाद अनेक भाई और बहनों ने जल्द ही विषय के मुख्य पाठ को पढ़ना शुरू किया। उनकी टिप्पणियाँ क्या हैं? यहाँ कुछेक दी गयी हैं।
५ एक बहन ने लिखा: “मुझे अब तक यही एक ऐसी किताब मिली है जिसे पढ़कर ख़त्म करने के लिए मैं उत्सुक हूँ ताकि मैं इसे दोबारा पढ़ना शुरू करूँ। मैं अब अध्याय २५ पर हूँ। जितना अधिक मैं पढ़ती हूँ, उतना अधिक आँसू बहते हैं और मेरा हृदय यहोवा के प्रति प्रेम से भरा हुआ है। यह पुस्तक कितनी प्रोत्साहक और विश्वास को मज़बूत करनेवाली है।”
६ एक भाई ने जो यहोवा की सेवा ४० से अधिक वर्षों से कर रहा है, कहा: “मुझे इस बात का एहसास नहीं था कि यह पुस्तक इतनी तन्मयकारी होगी। देर रात तक बैठकर और सुबह जल्दी उठकर मैंने दो सप्ताह में इसे पूरा पढ़ लिया था। मैंने अब तक जितनी किताबें पढ़ी हैं यह उनमें से एक सबसे अधिक प्रेरक किताब है। यह अनुसंधान की एक श्रेष्ठ कृति तो है ही लेकिन प्रोत्साहन की भी एक श्रेष्ठ कृति है।”
७ पढ़ाई का एक नियमित कार्यक्रम: कुछेक जिन्होंने जल्दी से पूरी किताब पढ़ ली इसे दोबारा पढ़ने का निश्चय किया है लेकिन इस बार धीमी गति से।
८ यदि आपके परिवार में एक से अधिक सदस्य सत्य में हैं, आप इस किताब के भागों का प्रयोग अपने पारिवारिक अध्ययन में शायद करना चाहें। कुछ परिवारों ने अधिवेशन में प्रति प्राप्त करने के बाद कुछ ही दिनों में ऐसा करना शुरू किया। इसका अर्थ यह नहीं है कि अन्य बातें, जैसे कि प्रहरीदुर्ग अध्ययन के लिए तैयारी को नज़रअंदाज़ किया जाए। लेकिन प्रोक्लेमर्स किताब को पढ़ने और चर्चा करने के लिए शायद आप अतिरिक्त १५ या २० मिनटों का प्रयोग करना अत्यधिक लाभकारी पाएँ।
९ अन्य परिवार दो या तीन पृष्ठ—शायद एक या दो उपशीर्षक—प्रत्येक शाम के भोजन के समय पढ़ते हैं। व्यक्तिगत तौर पर उन्होंने पहले ही शायद अधिकांश किताब पढ़ ली हो, लेकिन वे विषय के धीमे अध्ययन और साथ ही उसकी चर्चा करने के अवसर से लाभ प्राप्त कर रहे हैं। कुछ जो ऐसा कर रहे हैं यहोवा की सेवा अनेक वर्षों से करते रहे हैं। जब वे पढ़ते हैं, अनेक प्रिय यादें ताज़ा होती हैं। उनके हृदय स्नेह से भर जाते हैं जब वे पढ़ी हुई घटनाओं में स्वयं अपने योगदान की चर्चा इकट्ठे करते हैं।
१० घर में आपकी परिस्थितियों के कारण आप शायद अकेले ही अपनी पढ़ाई करें। एक बहन जिसने संस्था को लिखा कहा: “हर रात सोने से पहले मैं इस किताब को थोड़ा-थोड़ा पढ़ती रही हूँ। यह किताब मुझ में सत्य के लिए एक गहरा मूल्यांकन और प्रेम विकसित कर रही है, और मैं यहोवा के ज़्यादा क़रीब महसूस करती हूँ और कितनी शुक्रगुज़ार कि मैं उसके संगठन का भाग हूँ। मैं हर पृष्ठ को पढ़ने का सचमुच मज़ा ले रही हूँ।”
११ यद्यपि किताब बड़ी है, वैयक्तिक भाग बड़े नहीं हैं। पहला भाग हाबिल के दिनों से लेकर वर्ष १९९२ तक का एक तेज़ लेकिन आकर्षक विवरण है—सिर्फ़ १०८ पृष्ठों में। अन्य भाग १३ से १५० पृष्ठ के हैं। इनमें से प्रत्येक भाग को कई अध्यायों में बाँटा गया है। इन्हें जल्दी-जल्दी पढ़ने के बजाय, एक समय पर एक भाग, एक अध्याय, या एक उपशीर्षक लीजिए, इसका मज़ा लीजिए; और इससे लाभ प्राप्त कीजिए।
१२ जो आप पढ़ते हैं उस पर सोचने के लिए समय निकालिए: जब आप पढ़ते हैं तो आपका उद्देश्य क्या होना चाहिए? मात्र पन्नों को ख़त्म करना—किताब को पूरा करना—आपका लक्ष्य नहीं होना चाहिए। प्रोक्लेमर्स किताब में आपकी आध्यात्मिक विरासत का अभिलेख है। आपको इससे अच्छी तरह परिचित होना चाहिए। जो आप पढ़ते हैं उसके अभिप्रायों के बारे में सोचने के लिए वक्त निकालिए। जब यहोवा के प्राचीन गवाहों की कार्यवाही को आप पढ़ते हैं, विचार कीजिए कि आप उनके विश्वास का अनुकरण कैसे कर सकते हैं। (इब्रा. १२:१, २) जब आप बड़े धर्मत्याग के विकास के बारे में पढ़ते हैं, अपनी आध्यात्मिकता की रक्षा करने के दृष्टिकोण से उन फंदों पर विशेष ध्यान दीजिए जिसमें मुकर जानेवाले लोग फँस गए। और जब आप हमारे आधुनिक-दिन के इतिहास को पढ़ते हैं, उन लोगों के आध्यात्मिक गुणों पर ध्यान दीजिए जो परमेश्वर द्वारा प्रयोग किए गए, कैसे उन्होंने प्रदर्शित किया कि परमेश्वर की इच्छा पूरी करना उनके जीवन में अति महत्त्वपूर्ण बात थी, और उन्होंने परिस्थितियों के प्रति कैसे प्रतिक्रिया दिखायी—जिनमें से कुछ अत्यधिक कठिन थीं—जिन्हें परमेश्वर ने अनुमति दी।—इब्रा. १३:७.
१३ बाइबल सत्य जिसका आनन्द हम अब लेते हैं, उसकी स्पष्ट समझ पाने में यहोवा ने कैसे अपने लोगों को मार्गदर्शन दिया है इसे दिखाने वाले विवरणों की छान-बीन करना आप विश्वासोत्पादक पाएँगे। जब आप संगठन के विकास से बेहतर रूप से परिचित होंगे, तो यहोवा जिस दृश्य व्यवस्था का प्रयोग कर रहा है उसके लिए आपका मूल्यांकन बढ़ेगा। आप निश्चय ही उत्तेजना महसूस करेंगे जब आप पढ़ेंगे कि कैसे, भविष्यवाणी की पूर्णता में, सुसमाचार पृथ्वी के दूरस्थ भाग तक पहुँचा है। संसार भर के सभी भागों से उन विश्वासी जनों के अनुभवों से आपका हृदय स्नेह से भर जाएगा, जिन्होंने राज्य की घोषणा करने के लिए उत्साहपूर्ण रूप से काम किया है। आप व्यक्तिगत परीक्षाओं का सामना करने के लिए दृढ़ होंगे जब आप पढ़ेंगे कि विश्वासी भाइयों और बहनों ने यहोवा के लिए अपने प्रेम की ख़ातिर पहले ही क्या सहन किया है।
१४ विषय का एक भाग पढ़ने के बाद, विवरणों के पुनर्विचार के लिए और इसके महत्त्व की चर्चा इकट्ठे करने के लिए समय निकालिए। यदि आपके छोटे बच्चे हैं, उन्हें चित्रों को समझाने और दिखाए लोगों के बारे में वे क्या जानते हैं यह आपको बताने में अंतर्ग्रस्त कीजिए। यदि आप अकेले पढ़ रहे हैं, तो भी जो आप सीखते रहे हैं उसे दूसरों के साथ बाँटने का प्रयास कीजिए। जैसे उचित हो, विषय का प्रयोग पुनःभेंटों पर और गृह बाइबल अध्ययन संचालित करते वक्त कीजिए। आपका इसे दोहराना स्वयं आपके मन और हृदय पर इसकी छाप छोड़ेगा, और यह दूसरों को भी लाभ देगा।
१५ विवरणों में दिलचस्पी लीजिए: जो समय-अवधियाँ आप प्रोक्लेमर्स किताब की पढ़ाई में लगाते हैं, उन्हें आनन्दकर और लाभप्रद दोनो होना चाहिए।
१६ क्या आप चाहेंगे कि आपका परिवार यहोवा के गवाहों के विश्व मुख्यालय में भेंट करे? पृष्ठ २०८-९ पिट्सबर्ग क्षेत्र में उन सुविधाओं को दिखाते हैं जो संस्था द्वारा एक शताब्दी पहले प्रयोग की जाती थीं। पृष्ठ २१६-१७ बाद में ब्रुकलिन में प्रयोग की जानेवाली इमारतों से आपकी पहचान कराते हैं। पृष्ठ ३५२-६ पर दिए चित्र आपको आज के विश्व मुख्यालय की कल्पना करने में मदद कर सकते हैं। अध्याय २६ और २७ बेथेल में किए जानेवाले कार्य के बारे में विवरण देते हैं, और पृष्ठ २९५-८ बेथेल जीवन के बारे में अधिक जानकारी देते हैं।
१७ हम में से अधिकांश लोग संस्था की अधिकतर शाखाओं को भेंट करने में समर्थ नहीं हैं। प्रोक्लेमर्स किताब के पृष्ठ ३५७-४०१ आपको संसार की यात्रा कराते हैं। जल्दबाज़ी करने की कोई ज़रूरत नहीं है। प्रत्येक देश में थोड़ा समय बिताइए और उसका आनन्द लीजिए। प्रत्येक स्थान को ढूँढने के लिए पृष्ठ ४१५-१७ पर दिए संसार के नक्शे का प्रयोग कीजिए। प्रत्येक शाखा चित्र के साथ दी टिप्पणियों को पढ़िए। इंडेक्स के द्वारा आप प्रत्येक देश के बारे में अन्य आकर्षक जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। दूसरे देशों में अपने आध्यात्मिक परिवार के सदस्यों को जानने के लिए इस अवसर का प्रयोग कीजिए।
१८ जब लोग सामाजिक तौर पर इकट्ठे होते हैं, वे कभी-कभार खेल खेलते हैं जिनमें लौकिक तथ्यों का ज्ञान सम्मलित होता है। यहोवा के लोगों के आधुनिक-दिन इतिहास में उल्लेखनीय तिथियों और घटनाओं को जानना क्या कहीं अधिक लाभकारी न होगा? प्रोक्लेमर्स किताब में आप ऐसे अनेक तथ्यों को पृष्ठ ७१८-२३ पर सूचीबद्ध पाएँगे। वह सूची एक मूल ढाँचा देती है; आप बाक़ी की किताब में पाए जानेवाले विवरणों को उसमें जोड़ सकते हैं। इन्हें पुनर्विचार के लिए आधार के रूप में प्रयोग कीजिए। परिवार में युवजन इन्हें शायद जल्द ही याद कर लें। हम में से कुछ वृद्ध जन शायद थोड़े धीमे हों। लेकिन ये ईश्वरशासित इतिहास के विवरण हैं जिन्हें जानकर हम सब लाभ प्राप्त कर सकते हैं। तिथियाँ और मूल तथ्य याद करने के बाद, उस नींव पर निर्माण कीजिए। प्रत्येक घटना के बारे में देखिए कि आप कितने विवरण याद कर सकते हैं। उसके बाद परमेश्वर की इच्छा पूरी करने में प्रत्येक घटना के भाग के बारे में बात कीजिए। इसके पश्चात्, चर्चा कीजिए कि इसने आपके अपने जीवन को कैसे प्रभावित किया है और यहोवा जो कर रहा है उसमें आपका भाग क्या है।
१९ आपके सामने उपलब्ध अवसरों को देखिए: जैसे-जैसे आप जिहोवाज़ विटनेसिस्—प्रोक्लेमर्स ऑफ गॉडस् किंगडम की पढ़ाई और चर्चा करेंगे, आप अपनी नज़रों के सामने यशायाह ६०:२२ की भव्य पूर्ति को खुलते देखेंगे। यह किताब पृष्ठ ५१९ पर कहती है: ‘इस प्रतिज्ञा की पूर्ति कि “छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा” निश्चय ही हुई है, और प्रचुरता में हुई है! प्रत्येक ५० से भी अधिक देशों में जहाँ “छोटे से छोटा” भी नहीं था—जहाँ १९१९ में कोई भी यहोवा के गवाह नहीं थे, जहाँ उन्होंने कोई भी प्रचार नहीं किया था—वहाँ आज एक हज़ार से अधिक यहोवा की स्तुति करने वाले हैं। इनमें से कुछ देशों में, अब वहाँ हज़ारों, हाँ एक लाख से भी अधिक यहोवा के गवाह हैं जो परमेश्वर के राज्य के उत्साही उद्घोषक हैं! संसार-भर में, यहोवा के गवाह “एक सामर्थी जाति” बने हैं—संख्या में एक संयुक्त विश्वव्यापी कलीसिया के तौर पर संसार के कम-से-कम ८० स्व-शासित राष्ट्रों की वैयक्तिक जनसंख्या से अधिक।’
२० राज्य बढ़ौती का वह कार्य निश्चय ही समाप्त नहीं हुआ है। इसके विपरीत, यहोवा ने इसे अपूर्व गति से तेज़ किया है। किस हद तक आप इसमें भाग लेंगे? क्या आप अपने सामने उपलब्ध सभी अवसरों से वास्तव में अवगत हैं? जब आप सीखते हैं कि अन्य लोग क्या कर रहे हैं, ऐसा हो कि आपका अपना हृदय प्रेरित हो ताकि आप उस भव्य कार्य में हिस्सा लेने के लिए स्वयं को उपलब्ध करें जो हमारे दिन में हमारा प्रेममय परमेश्वर यीशु मसीह के द्वारा निर्देशित कर रहा है।