क्या आपकी सभा के समय में परिवर्तन होगा?
ऐसी परिस्थितियों में जहाँ एक ही राज्यगृह का इस्तेमाल करनेवाली दो या अधिक कलीसियाएँ सभा के समय को अदल-बदल कर रखने या समंजित करने को सहमत हुई हैं, तो उन्हें ऐसा जनवरी के आरम्भ में करना चाहिए। स्थापित किए गए प्रबन्ध को सहयोग देने के लिए तत्पर होना परस्पर प्रेम और लिहाज़ को प्रदर्शित करता है। अकसर सभा के समय में परिवर्तन आपके लाभ के लिए ही होगा जिससे सभा उपस्थिति ज़्यादा सुविधाजनक हो जाएगी।
दूसरी तरफ़, जो परिवर्तन इस साल हो रहा है वह शायद आपके कार्यों की सारणी में ठीक नहीं बैठे। उससे शायद आपके सामान्य नित्यक्रम में समंजन की ज़रूरत पड़े जो कि ज़रा अव्यवस्थित करनेवाला हो सकता है। सहयोग देने के लिए हर व्यक्ति की तत्परता समस्त प्रबन्ध के लिए मूल्यांकन प्रदर्शित करती है, जिसकी वज़ह से इसमें सम्मिलित सभी लोगों को परस्पर लाभ होता है।
निश्चय ही, सभा समय की अगली अदला-बदली शायद आपके लिए ज़्यादा पसन्द की हो। इस दौरान, कलीसिया द्वारा निर्णित की गयी सारणी के मुताबिक आवश्यक व्यक्तिगत समंजन करने के लिए आपको प्रोत्साहित किया जाता है ताकि आप सभी साप्ताहिक सभाओं में उपस्थित हो सकें। भजनहार दाऊद के दृष्टिकोण को बनाए रखने का प्रयास कीजिए, जिसने घोषणा की: “जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।”—भज. १२२:१.