दिसम्बर के लिए सेवा सभाएँ
दिसम्बर २ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १३४ (३३)
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनी हुई घोषणाएँ। साहित्य भेंट का ज़िक्र कीजिए।
१५ मि: “कौन हमारा संदेश सुनेगा?” सवाल और जवाब। मार्च २२, १९८७, सजग होइए! (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ५ से टिप्पणियाँ शामिल कीजिए कि क्यों हमारा संदेश आकर्षक है।
२० मि: “बाइबल आशा और मार्गदर्शन प्रदान करती है।” (अनुच्छेद १-६) अनुच्छेद १-२ से भाग आरम्भ कीजिए। (चार “बाइबल पर विचार करने के कारण” संक्षेप में बताते हुए, रीज़निंग (अंग्रेज़ी) पुस्तक के पृष्ठ ५८-६० शामिल कीजिए।) योग्य प्रकाशकों द्वारा अनुच्छेद ३-६ में सुझायी गयी प्रस्तुतियों को प्रदर्शित करवाइए। श्रोतागण को टिप्पणियों के लिए आमंत्रित कीजिए कि (१) पूछे गये सवाल ने रुचि जगाने में मदद कैसे की, (२) प्रयोग किए गए शास्त्रवचन चर्चा किए जा रहे विषय के कैसे अनुरूप थे, (३) पुनःभेंट स्वाभाविक रूप से प्रारंभिक चर्चा से कैसे जुड़ी रही, और (४) एक अध्ययन की पेशकश कैसे की गयी।
गीत ७५ (२१) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर ९ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १०० (५९)
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। लेखा रिपोर्ट।
१५ मि: सेवा में भाग लेने के लिए वृद्ध जनों की सहायता करना। कई निष्ठावान् वृद्ध प्रकाशकों की कलीसिया के साथ प्रचार-कार्य में भाग लेने की तीव्र इच्छा है, लेकिन उम्र और ख़राब स्वास्थ्य के कारण उनके शारीरिक सीमा-बंधन हैं। अनेक तरीक़े हैं जिनके द्वारा हम उन्हें लिहाज़ दिखा सकते हैं ताकि हम सेवकाई समूह में उन्हें शामिल कर सकें: यातायात उपलब्ध कराने का प्रस्ताव कीजिए; उनके लिए ऐसे घरों में कार्य करने का प्रबन्ध कीजिए जहाँ ज़्यादा सीढ़ियाँ न चढ़नी पड़ें; उन्हें उनकी पुनःभेंटों पर ले जाने का प्रस्ताव रखिए; उन्हें पता रहने दीजिए कि जब वे महसूस करें कि वे और नहीं कर सकते तब आप उन्हें घर ले जाएँगे। वृद्ध जनों को जो सहायता दी जाती है वे उसके लिए आभारी हैं। उन अन्य तरीकों का उल्लेख कीजिए जिनसे आप स्थानीय रूप से ऐसा लिहाज़ दिखा सकते हैं। फरवरी १, १९८६, प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी), पृष्ठ २८-९ में दिए गए लेख “हम वृद्ध जनों की क़दर करते हैं!” के मुख्य मुद्दों पर पुनर्विचार कीजिए।
२० मि: “बाइबल आशा और मार्गदर्शन प्रदान करती है।” (अनुच्छेद ७-९) मई १, १९९३, प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ३ के “मार्गदर्शन की एक ज़रूरत” पर टिप्पणी कीजिए। समझाइए कि क्यों हमारी प्रस्तुतियों को एक उच्चतर स्रोत—परमेश्वर—से सहायता माँगने के महत्त्व पर ज़ोर देना चाहिए। प्रकाशक द्वारा अनुच्छेद ७-८ की प्रस्तुतियों को प्रदर्शित करवाइए। ज़ोर दीजिए कि हमारा लक्ष्य हमेशा एक बाइबल अध्ययन शुरू करने का होना चाहिए।
गीत १९७ (५७) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर १६ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २०९ (११)
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। कुछ सुझाव पेश कीजिए कि कैसे छुट्टियों के दौरान शुभकामनाओं का व्यवहारकुशलता से जवाब दिया जाए। दिसम्बर २५ के लिए विशेष क्षेत्र सेवा प्रबंधों की रूपरेखा बताइए।
१५ मि: “स्वयं को स्वेच्छा से प्रस्तुत करना।” सवाल और जवाब। मार्च १, १९८५, प्रहरीदुर्ग, पृष्ठ २४-५ से टिप्पणियाँ शामिल कीजिए।
२० मि: “उस वृद्धि के साथ हर्षित होना जो परमेश्वर देता है।” प्राचीन द्वारा जोशपूर्ण भाषण। अनुभवों या सूचित किए गए देशों में वृद्धि के प्रमाण को उद्धृत कीजिए, जैसे हाल की वार्षिकी (अंग्रेज़ी) में दिया गया है।
गीत ४१ (२२) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर २३ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ९३ (४८)
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। सामयिक पत्रिकाओं में से कुछ बातचीत के मुद्दों को बताइए जिन्हें इस सप्ताह सेवा में प्रयोग किया जा सकता है। जनवरी १ के लिए विशेष क्षेत्र सेवा प्रबंधों की रूपरेखा बताइए।
१५ मि: स्थानीय ज़रूरतें। जुलाई १५, १९९६, प्रहरीदुर्ग, पृष्ठ २४-५ के “सेवानिवृत्ति—ईश्वरशासित गतिविधि के लिए एक खुला द्वार?” पर एक प्राचीन भाषण देता है।—अंतर्दृष्टि (अंग्रेज़ी), खण्ड २, पृष्ठ ७९४, अनुच्छेद २-३ देखिए।
२० मि: “ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल में नाम लिखवाना।” स्कूल ओवरसियर द्वारा भाषण। स्थानीय रूप से लिखवाए गए नामों के आँकड़े दीजिए, और उन सभी को प्रोत्साहित कीजिए जो नाम लिखवा सकते हैं। “१९९७ के लिए ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल तालिका” में दी गयी विद्यार्थी नियुक्तियों के निर्देशों पर पुनर्विचार कीजिए।
गीत १६६ (९०) और समाप्ति प्रार्थना।
दिसम्बर ३० से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २२३ (८१)
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। यदि आपकी कलीसिया नये वर्ष के लिए सभा के समयों का आवर्तन करनेवाली है, तो सभी को उकसाते हुए कृपापूर्ण प्रोत्साहन दीजिए कि आवश्यक समायोजन करें और कलीसिया में नये समयों पर नियमित रूप से उपस्थित हों। या सभी सभाओं में नियमित रूप से उपस्थित होने के लिए आम प्रोत्साहन दीजिए, जिनमें कलीसिया पुस्तक अध्ययन शामिल है।
१५ मि: साक्षी देने के लिए अवसर बनाना। स्कूल गाइडबुक (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ८०-२, अनुच्छेद ११-१६ का इस्तेमाल करते हुए सुझावों पर चर्चा कीजिए कि अजनबियों के साथ बातचीत कैसे छेड़ें। दिखाइए कि कैसे पूर्व तैयारी बेहतर परिणाम पाने में सहायता करती है। प्रकाशकों को याद दिलाइए कि दिलचस्पी दिखानेवालों का रिकॉर्ड रखें और प्रबन्ध करें कि कोई उनसे बाद में संपर्क करे।
२० मि: जनवरी के लिए साहित्य भेंट पर पुनर्विचार कीजिए। कोई भी पुरानी १९२-पृष्ठ की पुस्तकें जो संस्था ने विशेष दर पर पेश करने के लिए सूचिबद्ध की हैं। यदि कोई भी स्थानीय रूप से स्टॉक में उपलब्ध नहीं हैं, तो अपना पारिवारिक जीवन आनन्दित बनाना प्रयोग कीजिए। दिखाइए कि कलीसिया के स्टॉक में कौन-सी पुस्तकें उपलब्ध हैं। दो या तीन पुस्तकें चुनिए जो आपके क्षेत्र में इस्तेमाल करने के लिए प्रभावकारी रहेंगी। रीज़निंग पुस्तक, पृष्ठ ९-१४ का इस्तेमाल करते हुए प्रत्येक पुस्तक के लिए उपयुक्त प्रस्तावनाओं पर संक्षेप में पुनर्विचार कीजिए। एक या दो प्रस्तुतियाँ प्रदर्शित कीजिए।
गीत १३७ (१०५) और समाप्ति प्रार्थना।