फरवरी के लिए सेवा सभाएँ
फरवरी ३ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २७
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनी हुई घोषणाएँ। श्रोतागण के साथ “नया ख़ास सम्मेलन दिन कार्यक्रम” की चर्चा कीजिए।
१५ मि: “उस काम में हिस्सा लीजिए जो कभी दोहराया नहीं जाएगा।” सवाल और जवाब। जैसा समय अनुमति दे, उद्घोषक पुस्तक के पृष्ठ ७१४-१५ पर “जागते रहना—कैसे?” से मुद्दों को शामिल कीजिए।
२० मि: “अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना।” (अनुच्छेद १-५) अनुच्छेद १ पर संक्षिप्त टिप्पणियों के बाद, अध्यक्ष दो या तीन प्रकाशकों के साथ अनुच्छेद २-५ की चर्चा करता है। वे सुझाई गई प्रस्तुतियों की विशिष्टताओं पर पुनर्विचार करते हैं और इस पर टिप्पणी करते हैं कि क्यों ये और इनके समान प्रस्तुतियाँ स्थानीय क्षेत्र में प्रभावकारी हो सकती हैं। प्रकाशक इन प्रस्तुतियों का बारी-बारी से अभ्यास करते हैं। अध्यक्ष सराहना करता है, उन्हें और अधिक प्रभावकारी बनाने के तरीक़े सुझाता है। फिर वह अध्ययन आरंभ करने के लक्ष्य को पाने के तरीक़ों के बारे में श्रोतागण से पूछता है। ज्ञान पुस्तक से अंततः एक अध्ययन शुरू करने के विशिष्ट सुझाव देता है।
गीत ३४ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी १० से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २९
५ मि: स्थानीय घोषणाएँ। लेखा रिपोर्ट।
१० मि: “अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना।” (अनुच्छेद ६-८) अनुच्छेद ६-७ में दी गई प्रस्तुतियाँ प्रदर्शित कीजिए। जहाँ रुचि दिखाई जाती है वहाँ पुनःभेंट करने की ज़रूरत पर ज़ोर दीजिए।
३० मि: “आवश्यकता है—४,००० सहयोगी पायनियरों की।” सेवा ओवरसियर द्वारा सवाल-और-जवाब। पृष्ठ ३ पर दिए गए बक्स को विशिष्ट कीजिए। पृष्ठ ६ पर नमूने की तालिकाओं पर पुनर्विचार कीजिए। प्रत्येक बपतिस्मा-प्राप्त प्रकाशक को व्यक्तिगत तौर पर और प्रार्थनापूर्वक इस पर विचार करना चाहिए कि क्या वह एक या अधिक महीनों के लिए नाम लिखवाने में समर्थ है। बपतिस्मा-रहित प्रकाशक प्रत्येक महीने अपने घंटों का लक्ष्य निर्धारित करने के द्वारा सेवकाई में अपना हिस्सा बढ़ा सकते हैं।
गीत ४३ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी १७ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ३०
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। सामयिक पत्रिकाओं से बातचीत के कुछ मुद्दों का ज़िक्र कीजिए जिन्हें इस सप्ताह सेवा में इस्तेमाल किया जा सकता है।
१३ मि: “स्मारक—बड़े महत्त्व का अवसर!” सवाल और जवाब। सहयोगी पायनियर-कार्य करने के द्वारा मार्च के पूरे महीने को ख़ास बनाने के लिए प्रोत्साहन दीजिए। स्मारक आमंत्रण-पत्रों के प्रयोग को विशिष्ट कीजिए।
२२ मि: गृह बाइबल अध्ययन आरंभ करना। हाल के महीनों में, लाखों जिल्दबद्ध पुस्तकें बाँटी गई हैं। यह कई और गृह बाइबल अध्ययन आरंभ करने के लिए आधार प्रदान करता है। पुस्तकें और अन्य साहित्य पेश करने में स्थानीय रूप से क्या निष्पन्न हुआ था, इस पर पुनर्विचार कीजिए। प्रकाशकों को सभी रुचि दिखानेवालों से पुनःभेंट करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए। नए गृह बाइबल अध्ययन शुरू करने में कई प्रकाशकों को विशिष्ट रूप से जो प्रयास लगा उसे बयान करने के लिए कहिए। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि हमारी नियुक्ति का एक अभिन्न हिस्सा है चेले बनाना। (मत्ती २८:१९, २०) यह प्रभावकारी रूप से किया जा सकता है यदि हम जून १९९६ की हमारी राज्य सेवकाई के अंतःपत्र में दिए गए सुझावों का प्रयोग करने का प्रयास करें।
गीत ४७ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी २४ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत ३२
१८ मि: स्थानीय घोषणाएँ। मार्च में जो सहयोगी पायनियर-कार्य कर रहे हैं उनके नामों की घोषणा कीजिए। समझाइए कि एक अर्ज़ी देने के लिए अब भी बहुत देरी नहीं हुई है। सभी को शनिवार, मार्च १ के दिन क्षेत्र सेवकाई में पूरा हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित कीजिए। महीने के दौरान सेवा के लिए सभाओं के स्थानीय तौर पर किए जा रहे अतिरिक्त प्रबंधों की रूपरेखा बताइए। सवाल और जवाब द्वारा “ठीक समय पर मदद” को शामिल कीजिए। प्रत्येक नए प्रकाशनों में से मूल्यवान झलकियाँ बताइए।
१२ मि: “आपके रिश्तेदारों के बारे में क्या?” पति और पत्नी लेख की एकसाथ चर्चा करते हैं और यह निर्णय करते हैं कि अविश्वासी रिश्तेदारों को सुसमाचार के साथ कैसे भेंट करें।—फरवरी १५, १९९०, प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी), पृष्ठ २५-७ देखिए।
१५ मि: मार्च के लिए साहित्य भेंट—पारिवारिक सुख का रहस्य पर पुनर्विचार कीजिए। आधुनिक समाज में परिवारों के टूटने के कारणों पर संक्षिप्त में चर्चा कीजिए। (अक्तूबर १५, १९९२, प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ४-७ देखिए।) पृष्ठ ३ पर पुस्तक की विषय-सूची पर पुनर्विचार कीजिए। श्रोतागण को ऐसे अध्याय चुनने के लिए आमंत्रित कीजिए जो प्रस्तुति के लिए आधार प्रदान कर सकें। उस मददगार शिक्षण बक्स की ओर ध्यान आकर्षित कीजिए जो हर अध्याय के अंत में नज़र आता है। एक सक्षम प्रकाशक द्वारा यह प्रदर्शित करवाइए कि पुस्तक कैसे पेश की जाए। इस सप्ताहांत इस्तेमाल करने के लिए सभी को इस पुस्तक की प्रतियाँ प्राप्त करने की याद दिलाइए और स्थानीय क्षेत्र में पाई जानेवाली सभी भाषाओं की प्रतियाँ रखने के लिए प्रोत्साहित कीजिए।
गीत ४८ और समाप्ति प्रार्थना।