31 मई से शुरू होनेवाले हफ्ते का शेड्यूल
31 मई से शुरू होनेवाला हफ्ता
❑ मंडली का बाइबल अध्ययन:
परमेश्वर का प्यार अध्या. 7 पैरा. 20-28
❑ परमेश्वर की सेवा स्कूल:
बाइबल पढ़ाई: 2 शमूएल 16–18
नं. 1: 2 शमूएल 17:1-13
नं. 2: यीशु को “सब्त के दिन का प्रभु” क्यों कहा जाता है? (मत्ती 12:8)
नं. 3: घरेलू हिंसा से होनेवाला नुकसान (पारिवारिक सुख पेज 147, 148 पैरा. 14-17)
❑ सेवा सभा:
5 मि: घोषणाएँ।
10 मि: “बाइबल अध्ययन कैसे किया जाता है, क्या आपने इसका प्रदर्शन करके दिखाया है?” भाषण। लेख में दिए सुझावों को समझाने के बाद, उस पर आधारित एक प्रदर्शन दिखाइए।
20 मि: “नए लोगों को प्रचार काम की तालीम कैसे दें।” सवाल-जवाब के ज़रिए चर्चा। पैराग्राफ 5 पर चर्चा करने के बाद एक प्रदर्शन दिखाइए जिसमें एक प्राचीन एक नए प्रचारक के साथ काम कर रहा है। नया प्रचारक घर-मालिक से बात करता है मगर वह कोई आयत पढ़ने की कोशिश नहीं करता। जब वे घर से बाहर आ जाते हैं तब प्राचीन प्यार और कुशलता से सुझाव देता है और नए प्रचारक को बढ़ावा देता है कि लोगों से बात करते वक्त वह सूझ-बूझ से बाइबल का इस्तेमाल कर सकता है।