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  • 1 | सबको बराबर समझें

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  • 1 | सबको बराबर समझें
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2022
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  • मिलते-जुलते लेख
  • बाइबल में लिखा है:
  • इसका क्या मतलब है?
  • आप क्या कर सकते हैं?
  • तीतुस—“तुम्हारे लिये मेरा सहकर्मी”
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1998
  • 3 | मन में भी नफरत न करें
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2022
  • नफरत करना कैसे छोड़ें?
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2022
  • यहोवा “भेदभाव नहीं करता”
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2013
और देखिए
प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (जनता के लिए)—2022
wp22 अंक 1 पेज 6-7
एक काले आदमी के हाथ में मुस्कुराते हुए एक गोरे आदमी की फोटो है। और एक गोरे आदमी के हाथ में मुस्कुराते हुए एक काले आदमी की फोटो है। पीछे कुछ ऐसे लोगों की फोटो है जो बहुत गुस्से में हैं।

नफरत करना कैसे छोड़ें?

1 | सबको बराबर समझें

बाइबल में लिखा है:

“परमेश्‍वर भेदभाव नहीं करता, मगर हर वह इंसान जो उसका डर मानता है और सही काम करता है, फिर चाहे वह किसी भी राष्ट्र का क्यों न हो, उसे वह स्वीकार करता है।”​—प्रेषितों 10:34, 35.

इसका क्या मतलब है?

परमेश्‍वर यहोवाa किसी भी देश, जाति, रंग, भाषा या संस्कृति के लोगों को छोटा या बड़ा नहीं समझता। वह यह देखता है कि हम अंदर से कैसे हैं। “इंसान सिर्फ बाहरी रूप देखता है, मगर यहोवा दिल देखता है।”​—1 शमूएल 16:7.

आप क्या कर सकते हैं?

यह सच है कि ईश्‍वर की तरह हम यह नहीं देख सकते कि लोग अंदर से कैसे हैं, पर हम सबको बराबर समझ सकते हैं। यह मत सोचिए कि फलाँ जाति या भाषा के सब लोग एक जैसे होते हैं। याद रखिए कि हर इंसान अलग होता है। अगर आप किसी जाति, भाषा या रंग के लोगों को पसंद नहीं करते, तो आप क्या कर सकते हैं? ईश्‍वर से प्रार्थना कीजिए कि वह आपको ऐसी बुरी भावनाएँ मन से निकालने में मदद करे। (भजन 139:23, 24) अगर आप सच्चे मन से परमेश्‍वर यहोवा से प्रार्थना करें, तो वह ज़रूर आपकी सुनेगा और सबको एक बराबर समझने में आपकी मदद करेगा।​—1 पतरस 3:12.

a यहोवा परमेश्‍वर का नाम है।​—भजन 83:18.

“मैंने पहले कभी किसी गोरे के साथ बैठकर आराम से बात तक नहीं की थी। अब मैं ऐसे परिवार का हिस्सा बन गया, जिसमें देश-विदेश के लोग हैं और उनके बीच सच्चा प्यार है।”​—टाइटस

सच्ची कहानी​—टाइटस

अपने मन से नफरत निकाल दी

टाइटस।

टाइटस के देश में काले लोगों को दबाकर रखने के लिए कुछ कानून बनाए गए थे। टाइटस दूसरे गुंडों के साथ मिलकर ऐसे कानूनों के खिलाफ आवाज़ उठाते थे। वे कहते हैं, “हम ऐसे होटल, बार वगैरह में जाया करते थे, जहाँ काले लोगों को अंदर नहीं घुसने दिया जाता था। हम लड़ाई शुरू करने के लिए वहाँ जाते थे।” टाइटस खुलकर बताते हैं कि उन्हें गोरों से नफरत थी। वे कहते हैं, “अगर किसी से बहस हो जाए, तो मानो उसकी छुट्टी हो गयी। मैं उसे सीधे लगा देता था, यह नहीं देखता था कि वह आदमी है या औरत।”

फिर टाइटस यहोवा के साक्षियों से बाइबल के बारे में सीखने लगे। तब उनकी सोच बदलने लगी। उन्हें बाइबल में लिखी यह बात खासकर बहुत अच्छी लगी कि ईश्‍वर बहुत जल्द इस दुनिया को बदल देगा। ‘और तब न मौत रहेगी, न मातम, न रोना-बिलखना, न ही दर्द रहेगा।’​—प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.

जब टाइटस बाइबल पढ़ने लगे, तो उन्हें शुरू में अपने दिल से नफरत निकालना बहुत मुश्‍किल लगा। वे कहते हैं, “मुझे अपनी सोच और तौर-तरीके बदलना बहुत मुश्‍किल लगा।” लेकिन जब उन्होंने बाइबल में पढ़ा कि ईश्‍वर सबको एक बराबर समझता है, तो वे खुद को बदल पाए।​—प्रेषितों 10:34, 35.

टाइटस कहते हैं, “मैंने देखा कि यहोवा के साक्षी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, जाति या रंग नहीं देखते। मुझे यकीन हो गया कि उनका धर्म सच्चा है। मैं भी यहोवा का साक्षी बन गया। लेकिन जब मैं साक्षी नहीं था, तभी यहोवा के साक्षियों में से एक गोरे आदमी ने मुझे अपने घर खाने पर बुलाया। मुझे अपनी आँखों पर विश्‍वास नहीं हो रहा था कि मैं एक गोरे आदमी के घर बैठकर खाना खा रहा हूँ। खाना खाना तो दूर की बात, मैंने पहले कभी किसी गोरे के साथ बैठकर आराम से बात तक नहीं की थी। अब मैं ऐसे परिवार का हिस्सा बन गया, जिसमें देश-विदेश के लोग हैं और उनके बीच सच्चा प्यार है।”

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