युद्ध और लड़ाइयों के बावजूद शांति कैसे पाएँ?
गैरी, जो पहले सेना में था, कहता है, “पहले मुझे पता नहीं था कि दुनिया में इतनी दुख-तकलीफें और अन्याय क्यों है। लोग इतने बेरहम क्यों हैं? पर बाइबल सीखने के बाद मैंने इसकी वजह जानी। मैंने यह भी सीखा कि यहोवा परमेश्वर इन सारी परेशानियों को दूर कर देगा और हमें किसी चीज़ से कोई खतरा नहीं होगा। अब मुझे मन की शांति है।”
गैरी की तरह और भी लोग हैं जिन्हें बाइबल से मदद मिली है। देखिए उनमें से कुछ क्या कहते हैं।
बाइबल में लिखा है, “हे यहोवा, तू भला है और माफ करने को तत्पर रहता है।”—भजन 86:5.
इससे मदद कैसे मिली? “इस वचन से मुझे यकीन हुआ कि परमेश्वर यहोवा दयालु है। इसलिए मैं जानता हूँ कि बीते कल में मैंने युद्ध में हिस्सा लेकर जो भी किया, उसके लिए वह मुझे माफ कर देगा।”—वीलमार, कोलंबिया।
बाइबल में लिखा है, “मैं नए आकाश और नयी पृथ्वी की सृष्टि कर रहा हूँ, फिर पुरानी बातें याद न आएँगी, न ही उनका खयाल कभी तुम्हारे दिल में आएगा।”—यशायाह 65:17.
इससे मदद कैसे मिली? “मैं पहले सेना में थी और युद्ध में हिस्सा लेने की वजह से मुझे पोस्ट-ट्रौमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) और डिप्रेशन हो गया। अकसर मुझे बहुत घबराहट और चिंता होने लगती है और रात को बुरे-बुरे सपने आते हैं। पर बाइबल की यह बात मुझे याद दिलाती है कि बहुत जल्द यहोवा मेरी ये सारी बुरी यादें हमेशा के लिए मिटा देगा। ये फिर कभी मुझे नहीं सताएँगी। मुझे उस वक्त का बेसब्री से इंतज़ार है।”—ज़ाफीरा, अमरीका।
बाइबल में लिखा है, “उसके दिनों में नेक जन फूले-फलेगा, जब तक चाँद बना रहेगा, तब तक हर तरफ शांति रहेगी।”—भजन 72:7.
इससे मदद कैसे मिली? “मैं अकसर इन शब्दों के बारे में सोचती हूँ। बहुत जल्द युद्ध और उसके बुरे अंजाम हमेशा के लिए खत्म हो जाएँगे। और तब हमें फिर कभी हमारे अपनों की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।”—ओलीकसांद्रा, यूक्रेन।
बाइबल में लिखा है, “तेरे जो लोग मर गए हैं, वे उठ खड़े होंगे। . . . तुम जो मिट्टी में जा बसे हो, जागो! खुशी से जयजयकार करो!”—यशायाह 26:19.
इससे मदद कैसे मिली? “जब दूसरी जाति के लोगों ने टूटसी जाति के लोगों का कत्लेआम किया, तो मेरे परिवार के लगभग सभी लोग मारे गए। पर इस वचन से मुझे आशा मिली कि उन्हें फिर से ज़िंदा किया जाएगा। मैं उनसे दोबारा मिलने, उनकी हँसी सुनने के लिए बेताब हूँ!”—मैरी, रवांडा।
बाइबल में लिखा है, “बस थोड़े ही समय बाद दुष्टों का नामो-निशान मिट जाएगा। . . . मगर दीन लोग धरती के वारिस होंगे और बड़ी शांति के कारण अपार खुशी पाएँगे।”—भजन 37:10, 11.
इससे मदद कैसे मिली? “हालाँकि युद्ध खत्म हो गया है, पर अब भी दुष्ट लोग हैं और अन्याय हो रहा है। इस वचन से मुझे बहुत हिम्मत मिली है। मैं जान पाया हूँ कि यह सब यहोवा की नज़र से नहीं छिपा है और वह अच्छी तरह समझता है कि इससे मुझ पर क्या बीत रही है। उसने वादा किया है कि बहुत जल्द वह सभी दुख-तकलीफें मिटा देगा और हमें ये बातें याद भी नहीं आएँगी।”—दलेर, ताजिकिस्तान।
इस पत्रिका में बताए लोग उन लाखों यहोवा के साक्षियों में से हैं, जिन्हें बाइबल की मदद से शांति मिली है। उनमें से कुछ पहले राष्ट्र, जाति, गोत्र या कुछ और वजह से दूसरों से नफरत करते थे। पर फिर उन्होंने अपने दिल से यह नफरत निकालना सीखा। (इफिसियों 4:31, 32) यहोवा के साक्षी राजनैतिक मामलों में किसी का पक्ष नहीं लेते। वे मार-काट और लड़ाई-झगड़ों में भी कोई हिस्सा नहीं लेते।—यूहन्ना 18:36.
इसके अलावा, पूरी दुनिया में यहोवा के साक्षी एक परिवार की तरह हैं। वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं और ज़रूरत की घड़ी में एक-दूसरे की मदद भी करते हैं। (यूहन्ना 13:35) उदाहरण के लिए, यूक्रेन की रहनेवाली ओलीकसांद्रा को युद्ध की वजह से अपनी बड़ी बहन के साथ दूसरे देश भागना पड़ा। वह कहती है, “जैसे ही हमने सरहद पार की, हमने देखा कि वहाँ के साक्षी हमारा स्वागत करने के लिए खड़े हैं। हालाँकि हम शरणार्थी थे और वह देश हमारे लिए नया था, फिर भी उन्होंने वहाँ बसने में हमारी बहुत मदद की।”
हम यहोवा के साक्षी आपको अपनी सभाओं में बुलाना चाहते हैं। वहाँ आप बाइबल से सीख पाएँगे कि कैसे आज हम मन की शांति पा सकते हैं और कैसे जल्द भविष्य में पूरी दुनिया में शांति होगी। हम खुशी से जीएँ हमेशा के लिए! ब्रोशर का इस्तेमाल करके लोगों को बाइबल से भी सिखाते हैं। इसके लिए आपको कोई पैसा नहीं देना होगा। आपके इलाके में हमारी सभाएँ कहाँ होती हैं और बाइबल पर चर्चा करने के लिए आपको क्या करना होगा, यह जानने के लिए jw.org पर जाइए।