लाखों लोग जाएँगे—क्या आप भी जाएँगे?
यहोवा के साक्षियों के सालाना ज़िला अधिवेशनों में हर साल दुनिया भर के ८० लाख से भी ज़्यादा लोग हाज़िर होते हैं। इस साल भारत में, “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन” नामक २७ ज़िला अधिवेशन होंगे। शायद एक अधिवेशन आपके इलाके में भी आयोजित हो। हम चाहते हैं कि आप शुक्रवार के दिन सुबह ९.३० बजे वहाँ ज़रूर हाज़िर हों जब संगीत के साथ प्रोग्राम शुरू होगा।
सुबह, कार्यक्रम की शुरूआत में एक भाषण होगा जिसमें अधिवेशन के लिए आए सब लोगों का स्वागत किया जाएगा और साथ ही अधिवेशन के विषय पर आधारित मुख्य भाषण भी होगा जिसका शीर्षक है, “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन पर ध्यान दीजिए।” दोपहर में एक सिम्पोज़ियम के तौर पर भाषण “परमेश्वर का वचन पढ़ने में आनंद पाइए” होगा। इस भाषण से हमें कुछ अच्छे सुझाव मिलेंगे कि हम बाइबल रीडिंग को कैसे मज़ेदार बना सकते हैं और इससे कैसे फायदा पा सकते हैं। उस दिन का अंतिम भाषण होगा, “यहोवा की इच्छा के खिलाफ लड़नेवाले जीत नहीं पाएँगे।” इसमें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करनेवालों के खिलाफ आज की जा रही लड़ाई के बारे में बताया जाएगा।
शनिवार सुबह के कार्यक्रम की खासियत होगी बपतिस्मे की टॉक और योग्य लोगों को बपतिस्मा लेने का मौका भी मिलेगा। दोपहर को लातिन अमरीका, अफ्रीका और पूर्वी यूरोप के देशों में, साथ ही एशिया के विशाल देश, कज़ाकस्तान में बाइबल सच्चाई के प्रति दिखायी जानेवाली शानदार दिलचस्पी के बारे में ऐसी रिपोर्टें सुनायी जाएँगी जिनसे हमारा हौसला बढ़ेगा। उस भाषण का शीर्षक है, “यहोवा के भवन में ‘मनभावनी वस्तुएँ’ आ रही हैं।” शनिवार के कार्यक्रम के अंत में दो भाषण होंगे जिनके शीर्षक हैं, “बाइबल की भविष्यवाणियाँ हमें सतर्क होने के लिए चिताती हैं,” और “अंत के समय में भविष्यवाणी के वचन।” अंतिम भाषण में बाइबल की दानिय्येल पुस्तक पर ध्यान आकर्षित किया जाएगा और उसकी भविष्यवाणियों पर ध्यान देने के कारण बताए जाएँगे।
रविवार सुबह एक घंटे का सिम्पोज़ियम होगा जिसका शीर्षक है, “नियत समय के लिये भविष्यवाणियाँ।” इसमें तीन भाषण दिए जाएँगे। इसमें हबक्कूक की भविष्यवाणी की चर्चा की जाएगी। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह छोटी-सी पुस्तक आज मसीहियों का कितना हौसला बढ़ाती है। इसके बाद एक नाटक होगा जो याकूब और एसाव की कहानी पर आधारित है। इसका मुख्य विषय है, “अपनी आध्यात्मिक मीरास की कदर करना।” रविवार सुबह के कार्यक्रम के अंत में भाषण “हमारी आध्यात्मिक मीरास आपके लिए क्या मायने रखती है?” दिया जाएगा जिससे हमारा हौसला बढ़ेगा। इसके बाद दोपहर को आप जन भाषण “सब कुछ नया किया जाना—ठीक जैसे भविष्यवाणी की गयी थी” का आनंद उठाएँगे।
इस अधिवेशन में हाज़िर होने के लिए अभी से तैयारियाँ कीजिए। अपने घर के पास के अधिवेशन-स्थान का पता लगाने के लिए अपने इलाके के यहोवा के साक्षियों के किंगडम हॉल से संपर्क कीजिए या फिर इस पत्रिका के प्रकाशकों को लिखिए।